गर्ल्स हॉस्टल की टंकी से आ रही थी सरसराने की आवाज, ढक्कन खोला तो निकले 42 जहरीले सांप

बिहार के भागलपुर जिले में मानसून के बीच खतरे की घंटी बजी है, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल में 42 की संख्या में दुनिया के सबसे खतरनाक सांपों में से एक रसल वाइपर के मिलने से खलबली मच गई, यह सांप गर्ल्स हॉस्टल की टंकी में मिले. गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियों को पानी की टंकी से कुछ सरसराने की आवाज सुनाई दे रही थी.रसल वाइपर सांप अंडे को जन्म नहीं देता बल्कि सीधे बच्चों को ही जन्म देता है. ऐसे में इतनी संख्या में जहरीले सांप के मिलने से गर्ल्स हॉस्टल में डर का माहौल है. हालांकि, सभी सांपों को वन विभाग द्वारा रेस्क्यू कर लिया गया और उन्हें जमुई के जंगल में छोड़ा गया है.

दरअसल, मानसून के बीच हो रही झमाझम बारिश में कई जगहों पर जहरीले जीव जंतुओं का खतरा बना हुआ है. ऐसे में बिलों में रहने वाले सांप भी सुरक्षित जगहों की तलाश करने लगते हैं और इस दरमियान वो घर में भी प्रवेश कर जाते हैं. वन विभाग की रेस्क्यू टीम के अभय कुमार सिन्हा ने बताया कि 6 अगस्त को पीजी गर्ल्स हॉस्टल से 42 जहरीले रसल वाइपर सांप को रेस्क्यू किया गया, जिसे 8 अगस्त को जमुई के जंगल में छोड़ दिया गया है. रेस्क्यू टीम के अनुसार जून से लेकर अगस्त माह के अंदर 160 सांपों को रेस्क्यू किया गया है. इनमें से अधिकतर सांप शहर के अलग-अलग इलाकों में मिले हैं और कुछ तो काफी जहरीले भी है जिसमें रसल वाइपर एक है.

जिले में और भी जहरीले सांपों का खतरा

भागलपुर जिले के कई ऐसे इलाके हैं, जहां जहरीले सांपों का खतरा अधिक है. जिसमें बरारी सीढ़ी घाट और सबौर का इलाका सहित, विश्वविद्यालय का क्षेत्र वह शहर का दक्षिणी क्षेत्र भी आता है. ऐसे में बरसात में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. वन विभाग द्वारा लोगों से अपील भी की जाती है कि सांप के दिखने पर उन्हें कॉल करें और रेस्क्यू करने में उनकी मदद करें.

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