पेरिस ओलिंपिक में कांस्य जीतकर लौटे हॉकी प्लेयर विवेक सागर ने सीएम मोहन यादव से की मुलाकात

भोपाल। पेरिस ओलिंपिक में कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के सदस्य मप्र के विवेक सागर प्रसाद ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर सीएम डॉ. मोहन यादव से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने पुष्पगुच्छ के साथ अंगवस्त्र भेंट कर उनका अभिनंदन किया और ओलिंपिक में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी। इस मौके पर प्रदेश के खेल मंत्री विश्वास सारंग भी उनके साथ थे।

राजा भोज एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत

इससे पहले विवेक सागर प्रसाद रविवार सुबह दिल्ली से एयर इंडिया की नियमित फ्लाइट से भोपाल पहुंचे। यहां राजा भोज एयरपोर्ट पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग खुद उन्हें रिसीव करने एयरपोर्ट पर पहुंचे। खेल प्रेमियों ने ढोल-नगाड़ों के साथ अपने चहेते खिलाड़ी का जोरदार स्वागत किया।

इस मौके पर खेल मंत्री सारंग ने कहा कि विवेक ने आज देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री मोहन यादव का सपना है कि मध्य प्रदेश खेलों में भी बहुत आगे बढ़े, जिस दिशा में हम सभी प्रयासरत हैं। यह हम सभी के लिए प्रसन्नता की बात है कि विवेक ने हमारा नाम रोशन किया है। हम सभी आज बहुत खुश हैं।

एयरपोर्ट पर ये भी रहे मौजूद

इस दौरान राजा भोज एयरपोर्ट पर मध्य प्रदेश पुलिस के डीआईजी एसएएफ डॉ. कल्याण चक्रवर्ती, 7वीं वाहिनी के कमांडेंट हितेश चौधरी, डीएसपी एसएम राजौरिया, मध्य प्रदेश पुलिस के खेल प्रभारी प्रदीप पांडे समेत मप्र पुलिस खेल विभाग के अनेक खिलाड़ी भी विवेक सागर के स्वागत के लिए मौजूद थे। विवेक एमपी पुलिस में डीएसपी के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
विवेक ने मुख्यमंत्री निवास पर मुख्‍यमंत्री डॉ मोहन यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद मुख्‍यमंत्री ने पोस्‍ट किया कि प्रिय विवेक, आपके अभूतपूर्व खेल से सम्पूर्ण मध्यप्रदेश गौरवान्वित है। आप ऐसे ही अपने खेल से प्रदेश का मान, सम्मान और गौरव बढ़ाते रहें, यही शुभेच्छा है।

पिछले ओलिंपिक में भी जीता था कांस्य

यहां पर यह बता दें कि विवेक सागर प्रसाद ​​​​इटारसी से सटे चांदौन गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने मप्र हॉकी अकादमी में रहकर इस खेल की बारीकियां सीखीं और अपनी लगन व मेहनत के दम पर वह एक बेहतरीन खिलाड़ी के रूप में उभरे।
विवेक सागर टोक्यो ओलिंपिक की कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम के भी सदस्य थे। उन्होंने लगातार दो ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया और कांस्य पदक दिलाने में अपनी भूमिका निभाई। वह मध्यप्रदेश के ऐसे पहले खिलाड़ी है, जिन्होंने लगातार दो ओलिंपिक में पदक अर्जित किए हैं। टोक्यो ओलिंपिक में पदक अर्जित करने के बाद मप्र शासन ने उन्हें पुलिस विभाग में डीएसपी बनाया था और भोपाल में आवास तथा एक करोड़ रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की थी।
उल्लेखनीय है उनकी खेल उपलब्धि को दृष्टिगत रखते हुए मप्र सरकार ने उन्हें विक्रम पुरस्कार से नवाजा है। खेल के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों एवं योगदान को दृष्टिगत रखते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा देश के सर्वश्रेष्ठ खेल पुरस्कार अर्जुन पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।

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