केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज बोले – क्लाइमेट जोन के अनुसार तैयार बीजों से होगी खेती, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जारी की 109 किस्में
भोपाल। खेती के लिए देश के हर क्लाइमेट जोन के अनुसार बीजों की नई किस्में विकसित की गई हैं। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) ने अलग-अलग फसलों के ऐसे 109 बीज तैयार किए हैं। रविवार सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीजों की ये किस्में जारी की।
यह जानकारी केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में पत्रकारों से बातचीत में दी। उन्होंने बताया कि क्लीन प्लांट प्रोग्राम के लिए 1,700 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है। जो किसान बागवानी के क्षेत्र में फलों की खेती करेंगे, उसके लिए पूरा एक सिस्टम है। इसके लिए नौ केंद्र बनाए जाएंगे।
- केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि इस वर्ष उर्वरक सब्सिडी के लिए एक लाख 70 हजार करोड़ रुपये का प्रविधान है, जिसे जरूरत पर और बढ़ाएंगे।
- केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि लगभग 50 प्रतिशत लोगों को रोजगार कृषि क्षेत्र देता है। किसान अगर उत्पादक है तो सबसे बड़ा उपभोक्ता भी है। वह कुछ खरीदता है, उससे जीडीपी बढ़ती है।
- शिवराज सिंह चौहान के अनुसार प्रधानमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता किसान हैं। किसानों की आय बढ़ाने के लिए रोडमैप तैयार किया गया है।
- इसमें उत्पादन बढ़ाना, उत्पादन लागत घटाना, कृषि उत्पाद का ठीक दाम देना, प्राकृतिक आपदा में नुकसान की क्षतिपूर्ति, कृषि का विविधीकरण, केवल परंपरागत फसल नहीं, फल, फूल, औषधि, मधुमक्खी पालन, कच्चे माल से विभिन्न चीजें बनाना और प्राकृतिक खेती सम्मिलित है।
- उत्पादन बढ़ाने और लागत घटाने के लिए ही उन्नत किस्म के बीज विकसित किए जा रहे हैं।
- शिवराज ने बताया कि यूपीए की सरकार में कृषि बजट लगभग 27 हजार करोड़ रुपये होता था, वो अब सहयोगी क्षेत्र का मिलाकर 1.52 लाख करोड़ रुपये का है।
- अंतरराष्ट्रीय परिस्थिति के कारण खाद के जहाजों को घूमकर आना पड़ता है, जिसमें समय भी लगता है। यह भार किसान पर न आए इसके लिए इस वर्ष 2,625 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज दिया गया है।
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