शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के पिछोर के बामौर कलां थाना क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। प्रेमी की नींद खराब करने की मासूम बच्ची को तालिबानी सजा दी गई। बच्ची को रोने पर पहले तो उसे जमीन पर पटका गया फिर मुंह पर हाथ रखकर उसकी सांसे बंद कर दी गई। और ये सब हैवानियत मासूम बच्ची की मां के प्रेमी ने की है। यह घटना पिछोर क्षेत्र के बामौर कलां थाना क्षेत्र में मंगलवार रात 12 बजे की है। सुलार खुर्द गांव का रहने वाला भैय्यालाल आदिवासी पिछले एक साल से मजदूरी करने बेंगलुरु गया हुआ था।
वहां किसी ठेकेदार के यहां सड़क निर्माण कार्य में मजदूरी करने लगा। इसी दौरान उसकी मुलाकात 35 साल की जयंती आदिवासी से हो गई और मुलाकात जल्द ही प्यार में बदल गई। जयंती अपने पति और तीन बच्चों के साथ बेंगलुरु में रहकर सड़क निर्माण कार्य में मजदूरी कर रही थी। कई माह साथ रहने के बाद अभी 20 दिन पहले भैय्या लाल एक साल की बच्ची और जयंती को साथ लेकर भाग आया और सुलार खुर्द गांव में रहने लगा।
एक साल की छाया आदिवासी की रोने की आदत से भैय्या लाल परेशान होने लगा। जयंती के मुताबिक सभी 10 बजे खाना खाकर सो गए थे तभी रात में 12 बजे छाया रोने लगी। बेटी के रोने से भैय्या लाल की नींद टूट गई। इससे भड़के भैय्या लाल ने पहले तो छाया को पीटा जिससे वो और जोर से रोने लगी, जोर से रोने के कारण भैय्या लाला ने छाया के पैर पकड़कर जमीन पर पटक दिया । जिससे छाया के सिर से खून निकलने लगा। भैय्या लाल यहीं नहीं रुका उसने मुंह पर हाथ रखकर छाया की सांसे रोक दी। इस दौरान जयंती उससे बार – बार बेटी को छोड़ने की गुहार लगा रही थी। लेकिन भैयालाल ने छाया की जान निकलने के बाद ही छाया को छोड़ा। जयंती के मुताबिक भैय्यालाल रात भर झोंपड़ी में बैठा रहा और सामने मासूम को कलेजे से लगाकर रात भर मां रोती रही। सुबह जब भैया लाल झोंपड़ी छोड़कर गया था तब वह थाने पहुंची।
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