शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में आज भी नदी नालों पर साधारण छोटी पुलिया या रपटा बनाकर काम चलाया जा रहा है, जबकि हर साल वर्षाकाल में यह स्वयं पानी में डूब जाते हैं और काफी समय तक आवाजाही प्रभावित रहती है। दूसरी तरफ लोग भी चेतावनी के बावजूद लापरवाही पूर्वक ऐसे नदी नालों को उफान के बावजूद पार करने का प्रयास करते हैं और वे मौत के घाट उतर जाते हैं। यदि संभाग के सांसद, विधायक जैसे जनप्रतिनिधि थोड़ा भी जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते तो वे शासन से मांग करते कि बड़े व तेज बहाव वाले नदी नालों में निर्मित रपटों व पुलियों को जलमग्रीय पुल घोषित किया जाए और उनके स्थान पर ऊंचे पाए के बड़े पुल बनाए जाएं। हाल ही में संभाग के अंदर दो घटनाए पानी में बहने से हुईं। इनमें से एक घटना में तो डूबने वाले का शव बरामद हुआ। जबकि दूसरा बहने वाला अभी लापता है।
ब्यौहारी थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित ग्राम बरकछ निवासी रामसेवक पटेल ब्यौहारी के वन बिहार ढाबा में मजदूरी का काम करता था। वह रोज की तरह साइकल पर सवार होकर घर लौट रहा था। बरकछ गांव में घर के ठीक पहले एक छोटी पुलिया के पास जब युवक पहुंचा तो रपटा उफान पर था। साइकिल सावर युवक रामसेवक पानी के बहाव में भी साइकिल से छोटी पुलिया को पार कर रहा था। इस दौरान वह उसमें बह गया और उसकी मौत हो गई। रविवार की सुबह जब पुल में पानी कम हुआ और लोगों ने देखा तो पुल के नीचे कुछ दूरी पर साइकिल और एक लाश दिखी। युवक की लाश के समीप ही साइकिल पड़ी थी। जिसकी पहचान रामसेवक के रूप में हुई। ब्यौहारी थाने की पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रही है।
बाइक मिली पर शव लापता
दूसरी घटना सीधी थाना क्षेत्र के पहाड़िया ओदरी पुल के पास की है। जहां खड्डा निवासी 27 वर्षीय संदीप पटेल अनूपपुर जिले के चचाई से बाइक में सवार होकर खड्डा घर वापस आ रहा था। तभी सीधी थाना क्षेत्र के पहडिया ओदरी पुलिया में पानी के तेज बहाव को पार कर रहा संदीप बाइक सहित बह गया। जिसकी सुबह पुलिया से कुछ दूरी पर बाइक बरामद हुई है। संदीप का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला, जिसकी तलाश की जा रही है। इस दौरान पुलिस-प्रशासन लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि नदी-नालों से दूर रहें, लेकिन कुछ लोग पुलिस- प्रशासन की इन अपीलों को अनसुना कर उफनते नालों को पैदल और वाहनों से पार कर रहे है, हादसे का शिकार हो रहे हैं।
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