इंदौर। ई-रिक्शा ड्राइवर को संक्रमित इंजेक्शन लगाने वाले आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना में नया मोड़ आ गया है। ड्राइवर की पत्नी की मौसी का बेटा पप्पू मास्टर माइंड निकला। उसका ड्राइवर की पत्नी से प्रेम प्रसंग चल रहा था।
पप्पू ने 10 हजार रुपये में सुपारी दी थी। साजिश तो गांजा और शराब तस्करी में उलझाने की थी। एडिशनल डीसीपी जोन-4 आनंद यादव के मुताबिक, चंदन नगर थाना क्षेत्र स्थित नावदा पंथ ब्रिज के समीप प्रजापत नगर निवासी ई-रिक्शा चालक को दो बदमाशों ने संक्रमित इंजेक्शन लगा दिया था।
मौसी के बेटे से था पत्नी का अफेयर
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बुधवार को आरोपित ओमप्रकाश उर्फ पप्पू पाल (राम टेकरी), जगन गोखले निवासी डोडरवासा बोरी आलीराजपुर और विशाल कर्मा निवासी इकलेरा को पकड़ लिया। एडीसीपी के मुताबिक, पप्पू का चालक की पत्नी से प्रेम प्रसंग चल रहा है। वह उसकी मौसी का बेटा है।
वह ड्राइवर को जेल भिजवाना चाहता था। उसने जगन को दस हजार रुपये में सुपारी दी और कहा कि ई-रिक्शा में गांजा रख देना। साजिश असफल हो गई और आरोपितों ने इंफेक्टेड इंजेक्शन से हमला कर दिया। पुलिस के मुताबिक, जयराम की पत्नी की भूमिका की जांच की जाएगी।
यह है पूरा मामला
ई-रिक्शा में दो लोग राजवाड़ा के पास छत्री से सवार हुए थे, उन्होंने ड्राइवर से कलारिया गांव जाने के लिए कहा था। इसी दौरान रास्ते में नावदापंथ ब्रिज के ऊपर पहुंचते ही पीछे बैठे एक व्यक्ति ने उसे इंजेक्शन लगा दिया।
जब ड्राइवर ने इसका विरोध किया, तो उन्होंने कहा कि बेटा ‘तेरा काम हो गया, अब तो तू गया।’ इसके बाद से ड्राइवर को घबराहट होने लगी थी। उसने तुरंत इसकी सूचना अपने घर में दी। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
पुलिस शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू की और दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। उसने पूछताछ में पता चला कि उन्हें रिक्शा ड्राइवर पर हमला करने के लिए सुपारी दी गई थी।
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