कॉम्पटेटिव एग्जाम की तैयारी करने के लिए स्टूडेंट अपने घर और शहर से दूर देश की राजधानी दिल्ली में आते हैं. कड़ी मेहनत और लगन से दिल्ली में रहकर तैयारी करने वाले बहुत से छात्रों का यूपीएससी, स्टेट पीसीएस और वन-डे एग्जाम्स में सेलेक्शन भी होता है. हर साल हजारों की संख्या में दिल्ली रुख करने वाले छात्रों को इस तैयारी में गाइडेंस की जरूरत पड़ती है. ऐसे में सेलेक्शन और बेहतर भविष्य का सपना आंखों में संजोए छात्र बड़े ही उत्साह में कॉम्पटेटिव एग्जाम्स की प्रतिष्ठित और लोकप्रिय कोचिंग संस्थाओं में एडमीशन भी लेते हैं. इन कोचिंग संस्थानों में एडमिशन के लिए छात्रों के घरवालों को लाखों रुपए फीस में देनी होती है.
लाखों की फीस के पीछे कोचिंग संस्थाओं की तरफ से बेहतर सुविधाओं का तर्क दिया जाता है, लेकिन दिल्ली की कोचिंग संस्थाओं में एक के बाद एक हो रही बड़ी लापरवाही बहुत से सवाल खड़े कर रही है. ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग इंस्टीट्यूट में अचानक पानी घुसने का मामला हो या फिर मुखर्जी नगर की कोचिंग में आग लगने का, दोनों ही परिस्थितियों का असल जिम्मेदार कौन है? आखिर कब तक सिस्टम का हिस्सा बनने का सपना देखने वाले छात्र इन लापरवाहियों की सूली चढ़ते जाएंगे?
10 मिनट की बारिश में भर जाता है पानी
दिल्ली में 10 मिनट की तेज बारिश में सड़कों पर पानी भर जाता है. मुखर्जी नगर, ओल्ड राजेंद्र नगर दोनों ही जगह तैयारी करने वाले बच्चों की काफी भीड़ है. ऐसे में अव्यवस्थाओं की नजरअंदाजगी जानलेवा बन जाती है. मुखर्जी नगर के कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग में 15 जून 2023 को आग लगने की खबर सामने आई थी. इस घटना को एक साल ही नहीं बीते कि एक और बड़ा हादसा हो गया. ओल्ड राजेंद्र नगर की कोचिंग की बेसमेंट में तीन छात्र पानी के तेज बहाव का शिकार हो गए.
कहां के रहने वाले थे छात्र?
ओल्ड राजेंद्र नगर कोचिंग हादसे में मरने वाले स्टूडेंट में 2 छात्राएं और एक छात्र हैं. तेलंगाना की 25 साल की तान्या सोनी और यूपी के अंबेडकर नगर की तान्या भी हैं. केरल के रहने वाला छात्र नेविन डालविन UPSC की तैयारी के साथ-साथ जेनयू से पीएचडी भी कर रहा था.
बेसमेंट में लाइब्रेरी
हर साल बारिश में कोचिंग सेंटर के सामने जलजमाव की स्थिति बन जाती है. कोचिंग संस्थान इस स्थाई समस्या को अस्थाई समाधान की भेंट चढ़ा देते हैं. ओल्ड राजेंद्र नगर की 80 प्रतिशत कोचिंग को लाइब्रेरी बेसमेंट में चलाई जाती है. एमसीडी की तरफ से भी इसपर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई.
कहां हुई चूक?
बेसमेंट में मौजूद, जिस लाइब्रेरी में छात्र पढ़ाई कर रहे थे, उसमें से एंट्री और एग्जिट के लिए सिर्फ एक ही गेट मौजूद था. फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक, कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग को फायर डिपार्टमेंट की तरफ से एनओसी जारी किया था. बेसमेंट में सिर्फ पार्किंग की परमिशन दी गई थी. यहां बिना परमिशन ही लाइब्रेरी चलाई जा रही थी.
दो लोगों की हुई गिरफ्तारी
ओल्ड राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर में तीन छात्रों की मौत के मामले में दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कोचिंग सेंटर के मालिक और मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस घटना के बाद से तैयारी करने वाले सभी छात्रों में बहुत गुस्सा है. छात्र कोचिंग संस्थानों की लापरवाही को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
करंट लगने से हुई छात्र की मौत
22 जुलाई को पटेल नगर के पास यूपीएससी की तैयारी करने वाले एक छात्र की करंट लगने से मौत हो गई. छात्र अपने माता-पिता का अकेला सहारा था. करंट लगने वाला छात्र नीलेश 26 साल का था. कोचिंग सेंटर से लेकर सिस्टम की नाकामी छात्रों के लिए जानलेवा साबित हो रही है.
दिल्ली हाईकोर्ट ने लिया था संज्ञान
दिल्ली हाईकोर्ट ने अप्रैल महीने में एमसीडी के अंतर्गत आने वाले सभी कोचिंग संस्थानों की कुल संख्या बताने के निर्देश दिए थे. मुखर्जी नगर कोचिंग हादसे के बाद हाईकोर्ट के आदेश पर वैधानिक नियमों का पालन न करने वाले कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई की गई थी.
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