महादेव और उनके भक्तों के अतिप्रिय महीने सावन की शुरुआत हो चुकी है. आज काशी विश्वनाथ से लेकर उज्जैन महाकाल सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद सभी शिवालयों में बम-बम भोले के नारे गूंजे. देश में पौराणिक कथाओं और प्रचलित मान्यताओं के बीच एक एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां का शिवलिंग हर दिन जौ के बराबर बढ़ता है. इसके साथ ही श्रद्धालुओं के द्वारा मंदिर पर चढ़ने बाला लाखों लीटर जलाभिषेक का जल कहा चला जाता है इसका भी अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है. ये मंदिर उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में स्थित है.
देवकली मंदिर देश का इकलौता ऐसा मंदिर है, जिसका नाम स्त्री के नाम पर पड़ा है. इस मंदिर को कन्नौज के राजा जयचंद ने बनवाया था. उन्होंने इसका नाम अपनी मुहबोली बहन देवकला के नाम पर रखा था. इस मंदिर में पहले कुल 52 कुएं हुआ करते थे. इनमें से कुछ कुएं अभी भी बचे हुए हैं.
यमुना नदी के तट पर मंदिर
औरैया के यमुना नदी किनारे स्थिति देवकली मन्दिर पर शिव भक्तों की भारी भीड़ देर रात्रि से ही जुटनी शुरू हो गई थी. आज सुबह 4 बजे से पहिले ही मंदिर के बाहर शिवभक्तों की लंबी कतार देखने को मिली. जैसे ही सुबह मन्दिर के कपाट खुले मन्दिर बम-बम भोले, हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज उठा.
औरैया के इस ऐतिहासिक देवकली मन्दिर में मध्यप्रदेश, दिल्ली, सहित सहित अन्य प्रदेशों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक, जलाभिषेक ,पूजन अर्चन करने और साथ ही कांवर चढ़ाने के लिये आते हैं.
धार्मिक मान्यता है कि देवकली मन्दिर में जो भी भक्त मनोकामना लेकर आते हैं, वो भगवान भोलेनाथ के आशीर्वाद से अवश्य पूरी होती है. इसके साथ ही भक्तों को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. मन्दिर में शिव भक्तों की भारी-भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गये हैं. मन्दिर सहित मन्दिर की तरफ जाने वाले रास्ते पर जगह- जगह पर पुलिस बल को तैनात किया गया है. यहां जगह-जगह पर CCTV कैमरे भी लगाए गए हैं.
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