शंकराचार्यों के बीच वर्चस्व की लड़ाई? स्वामी प्रज्ञानानंद सरस्वती ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद पर कहा, अंबानी के बुलाने और PM मोदी को आशीर्वाद देने से कोई शंकराचार्य नहीं हो जाता

राष्ट्र चंडिका न्यूज़,सिवनी में गुरु पूर्णिमा के दिन शंकराचार्य पद को लेकर वर्चस्व की लड़ाई देखने को मिली है। स्वामी प्रज्ञानानंद सरस्वती महाराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के शंकराचार्य होने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट से रोक है तो वे शंकराचार्य कैसे हुए? साथ ही उन्होंने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को अपशब्द तक कह दिए।
दरअसल आज सिवनी शहर के राशि बाहुबली लॉन में  गुरु पूर्णिमा के मौके पर स्वामी प्रज्ञानंद सरस्वती महाराज ने धार्मिक सभा का आयोजन किया था। इस दौरान उन्होंने असली और नकली शंकराचार्य के वर्चस्व की लड़ाई एक बार फिर से छेड़ दी है। प्रज्ञानंद महाराज ने कहा कि जब अविमुक्तेश्वरानंद शंकराचार्य को सुप्रीम कोर्ट शंकराचार्य मानने से इनकार कर चुका है। तो वह अपने आप को शंकराचार्य कैसे कहते हैं ?
आगे उन्होंने कहा कि अंबानी परिवार के यहां बुलाने से या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आशीर्वाद देने से कोई शंकराचार्य नहीं हो जाता है।
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