जबलपुर। अधारताल औद्योगिक इलाके में संचालित कबाड़ के गोदाम में धमाके की घटना का रिक्रिएशन हुआ। एक बार नहीं दो बार पुलिस ने सिलसिलेवार घटना के बारे में आरोपित सूर्या बायोटेक प्रोडक्ट्स फर्म के संचालक कपिल जैन और सलिल जैन से पूछताछ की। हर बार दोनों ने अलग-अलग जानकारी दी। इस मामले में आरोपितों की रिमांड खत्म होने पर पुलिस ने शनिवार को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उनकी पुलिस रिमांड सोमवार तक के लिए बढ़ा दी गई। पूछताछ में पुलिस का संदेह दोनों पर और गहरा गया है। पुलिस को अंदेशा है कि कपिल और सलिल कुछ छिपाने का प्रयास कर रहे है।
कबाड़ के अंदर धंस गया था कर्मी
जांच के दौरान पुलिस ने विस्फोट के वक्त गोदाम में मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए। बयानों में सामने आया कि विस्फोट के बाद राजा अंदर रखे स्क्रैप में लगभग दो से तीन फीट नीचे धंस गया था। कर्मचारियों ने अंदर पहुंचकर पहले स्क्रैप हटाया और फिर उसे निकाला था।
शनिवार को सीओडी और सेना की टीम एक बार फिर घटना स्थल पर पहुंची। जहां स्क्रैप गोदाम को खुलवाया गया और उसकी पूरी जांच की गई। जांच के दौरान कबाड़ को हटाया भी गया, ताकि यह पता चला सके कि नीचे और क्या दबा हुआ है। इसके जरिए यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि आखिरकार विस्फोट कैसे हुआ।
क्या था मामला
सूर्या बायोटेक प्रोडक्ट्स में 18 जुलाई की सुबह चांदमारी तलैया निवासी राजा चौधरी (24) समेत अन्य कर्मचारी काम कर रहे थे। तभी सुबह लगभग दस बजे एक विस्फोट हुआ और उसकी चपेट में आने के कारण राजा की मौत हो गई। घटना के दो घंटे बाद इसकी सूचना संचालकों ने पुलिस का दी। मामले में पुलिस ने संचालक कपिल जैन और सलिल जैन पर गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज किया था।
नहीं ले सकते सिलिंडर
सिलिंडर या अग्निशमन यंत्र स्क्रेप में खरीदने के पहले उनकी नियमानुसार जांच करना अनिवार्य होता है। अब पुलिस टीम यह भी पता लगा रही है कि गोदाम में कितने और अग्निशमन यंत्र और सिलिंडर है।
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