स्वयंभू शङ्कराचार्य प्रज्ञानानन्द के सिवनी में अभिनन्दन समारोह के विरोध में
ख़ुद को शंकराचार्य घोषित करने वाले संत प्रज्ञानंद का 21 जुलाई को सिवनी में अभिनंदन होगा। असली शंकराचार्य के शिष्यों ने 21 जुलाई को विरोध करने की चेतावनी दी
राष्ट्र चंडिका न्यूज सिवनी, प्रज्ञानानन्द स्वयंभू शङ्कराचार्य बन कर समाज व देश में भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। जिसके अन्तर्गत दिनांक २१/०७/२०२४ को सिवनी के विभिन्न स्थानो में कार्यक्रम कर राशि बाहुबली लॉन मे धर्मसभा आयोजित कर रहे हैं। उनके इस आयोजन मे जिला प्रशासन एवं नगर पालिका आदि उनका सहयोग कर रहे हैं। यदि वो संत के रूप मे सिवनी आते तो हम भी उनका स्वागत करते परन्तु वे शङ्कराचार्य के रुप में आ रहे हैं। यह हम सभी भक्तो लिए कष्टकारक हैं। इस लिए हम उनका विरोध कर रहे हैं।
जैसा कि पूर्व विदित है कि वर्तमान द्वारका शारदापीठाधीश्वरe जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामी सदानन्द सरस्वती जी महाराज से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अनेको बार मिलकर आशीर्वाद प्राप्त कर चुके हैं। आप स्वयं भी दो बार पूज्य महाराज श्री से आशीर्वाद प्राप्त कर चुके हैं एक बार द्वारकाशारदापीठ जाकर व दूसरी बार झरनेश्वर महादेव मन्दिर भोपाल में। आप शङ्कराचार्य परम्परा से पूर्णतः परिचित एवं जुड़े हुए शिष्य हैं।
अतः हम सभी शिष्यों के क्रमशः जबलपुर नरसिंहपुर तथा सिवनी आदि जिलो से हजारो की संख्या मे एकत्रित होंगे। सभी मिलकर इस आयोजन का पुरजोर विरोध करेंगे। जिसके फलस्वरुप किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना होने की सम्भावना हैं।
शंकराचार्य सदानंद सरस्वती के शिष्यों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा, स्वयंभू शंकराचार्य प्रज्ञानंद के सिवनी में होने वाले अभिनंदन के विरोध में ज्ञापन सौंपा।