नीट पेपर लीक मामले में बिहार की राजधानी पटना में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है. पटना एम्स के चार छात्रों को गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने सुबह इन्हें हिरासत में लिया था और पूछताछ कर रही थी. इसमें 3 एमबीबीएस स्टूडेंट्स 2021 बैच के थर्ड ईयर के हैं और एक सेकेंड ईयर का है. इनकी पहचान चंदन कुमार (थर्ड ईयर), राहुल कुमार (थर्ड ईयर), करण जैन (थर्ड ईयर ) और कुमार शानू (सेकेंड ईयर) के रूप में हुई है. इन सभी पर पेपर सॉल्व करने का आरोप है.
सीबीआई ने हाल ही में पटना से पंकज उर्फ आदित्य को गिरफ्तार किया गया था. उसने पेपर चोरी करने के बाद चंदन कुमार, राहुल कुमार, करण जैन और कुमार शानू को सॉल्व करने के लिए दिया था और इन्होंने पेपर सॉल्व किए थे. गिरफ्तार किए गए इन स्टूडेंट्स के मोबाइल फोन और लैपटॉप को जब्त कर लिया गया है.
सीबीआई ने हॉस्टल पहुंचकर आरोपियों के रूम में जांच पड़ताल की. इसके बाद कमरों को सील करने की भी कार्रवाई की है. इससे पहले सीबीआई ने पटना से पंकज उर्फ आदित्य को हजारीबाग से ट्रंक से पेपर चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. साथ ही पंकज के साथी राजू को हजारीबाग से अरेस्ट किया था. इसने पेपर चोरी में पंकज की मदद की थी.
सीबीआई की इस कार्रवाई पर एम्स पटना के निदेशक जीके पॉल ने जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि एम्स पटना के चार छात्रों को सीबीआई अपने साथ ले गई है. सीबीआई ने ये कार्रवाई डीन, हॉस्टल के वार्डन और निदेशक के ओएसडी की मौजूदगी में की है.
नीट पेपर मामले में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही सीबीआई ने 6 एफआईआर दर्ज की हैं. जो कि बिहार में पेपर लीक होने के मामले से जुड़ी हुई हैं. इसके साथ ही गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में भी एफआईआर दर्ज की गई हैं. ये अभ्यर्थियों के स्थान पर किसी और के परीक्षा देने और धोखाधड़ी के मामले से जुड़ी हुई हैं.
एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) ने 5 मई को नीट-यूजी परीक्षा कराई थी. इसमें 23.33 लाख से अधिक छात्रों ने 571 शहरों के 4 हजार 750 केंद्रों पर परीक्षा दी थी. इसमें 14 विदेशी शहर भी थे. रिजल्ट आने के बाद से इसको लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.