संत हिरदाराम नगर। सड़क निर्माण से पहले ड्रेनेज विकसित करने एवं नाली की तरफ ढलान बनाने के निर्णय पर नगर निगम खुद अमल नहीं कर रहा है। हालत यह है कि मानसून की शुरूआत के साथ ही कई सड़कें उखड़ने लगी हैं। इनमें कुछ सड़कें ऐसी हैं जिनका निर्माण एक से डेढ़ साल पहले ही हुआ है।
यहां के नागरिके लंबे समय से यह मांग करते आए हैं कि सड़क निर्माण से पहले पानी की निकासी का प्रबंध किया जाए। पार्षद भी यह सुझाव दे चुके हैं कि सड़क का निर्माण भले ही देर से किया जाए लेकिन ड्रेनेज बनाने के बिना सीमेंट कांक्रीट या डामरीकरण न किया जाए।
कुछ सड़कें ऐसी हैं जिन पर नगर निगम को डेढ़ से दो साल में ही डामरीकरण करना पड़ रहा है क्योंकिनिकासी प्रबंध नहीं होने के कारण सड़कें मानसून के समय दम तोड़ देती हैं। पीएनबी रोड, झूलेलाल मंदिर पहुंच मार्ग, सराफा बाजार रोड वर्षा के पहले चरण में ही उखड़ने लगी हैं।
इन मार्गो पर हर एक या दो साल में डामरीकरण किया जाता है। सड़क खराब होने से मानसून के बाद लोग फिर से इसके निर्माण की मांग करने लगते हैं। यदि पानी निकासी का प्रबंध किया जाए तो कम से पांच साल तक सड़क नहीं उखड़ेगी। पार्षद अशोक मारण के अनुसार जोन की बैठक में यह मामला उठाया गया था लेकिन अफसरों ने ध्यान नहीं दिया। जोन अध्यक्ष ही बैठक में नहीं पहुंची थीं। अब फिर से यह मामला उठाया जाएगा।
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