18 मुस्लिमों ने किया धर्म परिवर्तन, खजराना गणेश मंदिर में दर्शन के बाद अपनाया हिन्दू धर्म

इंदौर: इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में आज फिर मुस्लिम धर्म छोड़कर एक बार फिर बड़ी संख्या में हिंदू धर्म अपनाया है। बता दे कि बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज की युवक, युवतियों के साथ ही महिलाओं ने हिंदू धर्म अपनाया है। तकरीबन 18 लोगों ने आज इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में दर्शन कर मुस्लिम धर्म को छोड़कर हिंदू धर्म में वापसी की है। फिलहाल इस दौरान कई महिलाओं ने मुस्लिम समाज की विभिन्न कुरीतियों के बारे में भी जानकारी दी।

घर वापसी को लेकर पिछले दिनों विश्व हिंदू परिषद के नेता को एक धमकी भरा खत मिला था। इस पूरे ही मामले में पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की तो वहीं एक बार फिर विश्व हिंदू परिषद के जिस नेता को धमकी मिली थी। उनके नेतृत्व में एक बार फिर बड़ी संख्या में 18 लोगों ने मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया है। बता दे जिन लोगों ने हिंदू धर्म अपनाया है। उनमें दो मंदसौर के रहने वाले हैं तो कुछ इंदौर के खजराना क्षेत्र के रहने वाले हैं तो वहीं एक परिवार तो पिछले दिनों मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना चुके व्यक्ति हरिनारायण का है जिन लोगों ने मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया है। उसने अधिकतर महिला है जो मुस्लिम समाज की विभिन्न तरह की कुरीतियों से परेशान होकर अपने पति व परिवार को छोड़कर अलग रहने को तैयार होकर हिंदू धर्म अपना लिया है जिन लोगों ने हिंदू धर्म अपनाया है। उनमें साजिया हाशमी अब सपना हो गई, तो वही अलफिजा अब आलिया हो गई। इसी तरह से अमीन अमृता हो गई तो वहीं आरजू से एलीना बन गई तो वहीं अदनान शाह अब आरव हो गया। इसी तरह से तरन्नुम बी से तमन्ना हो गई। मुमताज मीना हो गई मुबारक शाह अब मुकेश हो गए। कबीर से सावन हो गए सोफिया से भूमिका हो गई तो वहीं अंबल मसीही से भारत हो गए। इसी तरह से आयाना प्रसन्न हो गई तो वहीं अफसाना आरती हो गई।

वहीं मारिया से एक महिला अशिरता हो गई। इस तरह से 18 लोगों ने आज सनातन धर्म में वापसी की है। इनका सबसे पहले विश्व हिंदू परिषद ने शुद्धिकरण करवाया और उसके बाद इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में इन सभी लोगों ने भगवान खजराना गणेश के दर्शन कर सनातन धर्म और हिंदू धर्म के प्रति आस्था जताई। वहीं एक मुस्लिम महिला ने बात करते हुए कहा कि उसे बचपन से ही मंदिर जाना और हिंदुओं को देखकर जिस तरह से वह पूजा पाठ करते थे काफी अच्छा लगता था और हमारे मुस्लिम समुदाय में इस तरह का कोई कार्यक्रम नहीं होता था। साथ ही उनका तो यह भी कहना है की मस्जिदों में भी मुस्लिम महिलाओं को जाने पर प्रतिबंध है और इन्हीं सब कारणों से परेशान होकर उसने मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया। साथ ही कुछ और मुस्लिम महिलाओं का तो यह भी कहना है कि जिस हिंदू धर्म में जिस तरह से मंदिर में पूजा पाठ होता है। वह अच्छा लगता था और हमारे मुस्लिम समुदाय में इस तरह का कोई कार्यक्रम नहीं होता था। वही जिस विश्व हिंदू परिषद के नेता को पिछले दिनों घर वापसी अभियान को लेकर धमकी मिली थी जब उनसे बातचीत की तो उनका कहना था कि पिछले दिनों मुझे धमकी मिली थी और धमकी के बाद मैंने एक बार फिर मुस्लिम लोगों को बड़ी संख्या में घर वापसी करवा कर चुनौती दी है और यह कम आने वाले दिनों में भी लगातार चलते रहेगा।

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