राष्ट्र चंडिका न्यूज,सिवनी। मुख्यालय में स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्कूल प्रांगण में ओपन स्कूल का भवन शिकायत के बाद सुर्खियां बटोर रहा है। सीएम हेल्पलाईन एवं खबर प्रकाशन के बाद एक छह सदस्यीय जांच टीम का गठन तो कर दिया गया है लेकिन जिला मुख्यालय में बैठे अधिकारी हेल्पलाईन में झूठी जानकारी देकर गुमराह कर रहे हैं। स्कूल भवन में तकनीकी मापदंड के विपरीत किये जा रहे निर्माण को लेकर सवाल उठाने पर ठेकेदार कहता है कि मैं सबको सेट कर लूंगा और सिवनी से भोपाल तक के अधिकारी मेरे कार्य में बाधा नहीं डालते।
नियम के विपरीत मटेरियल का निर्माण करने को लेकर सीएम हेल्पलाईन में शिकायत के बाद संतोषप्रद जवाब नहीं दिया जाता। हेल्पलाईन में यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया जाता है कि संपूणर्् र्का राज्य मुक्तक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा तकनीकी विशेषज्ञों की निगरानी में कराया जा रहा है जबकि ऐसा नहीं है। वहीं घटिया सामग्री को भी निर्धारित मापदंड के अनूरूप बता दिया जाता है। जबकि आवेदक की मांग है कि निर्माण में इस्तेमाल किये जा रहे लोहे का रिबेंडिग टेस्ट सिवनी पॉलिटेक्निक कॅलेज में कराये जाने और साथ ही लोहे का सेम्पल जबलपुर की निजी लैब में भेजकर टेंसायल स्टैं्रथ टेस्ट कराया जाये वहीं सीमेंट का भी पालिटेक्निक कॉलेज में क्यूब टेस्ट कराया जाये लेकिन मुख्यालय के अधिकारी बिना जांच कराये ही सीएम हेल्पलाईन को झूठी जानकारी दे रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि लगातार मिल रही शिकायतों के बाद इंजीनियर जेपी अरोरा एवं रामू अहिरवार ने बिल्डिंग का निरीक्षण किया लेकिन वे बाहर से ही देखकर चले गये। निर्माण की गुणवत्ता को लेकर ध्यान नहीं दिया। इंजीनियर ठेकेदार के हाथों की कठपुतली बने हुए है, इसका कारण जो भी हो लेकिन निर्मण को लेकर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी गंभीर नहीं है।
सूत्र बताते हैं कि निर्माण को लेकर गठित टीम जो निर्माण की जांच करेगी उसे लेकर ठेकेदार द्वारा कहा जा रहा है कि जो जांच टीम आने वाली है उसे क्या दिखाना है, कैसे दिखाना है यह मुझे अच्छी तरह आता है। ठेकेदार के इस बोल-बच्चन से लगता है कि जांच टीम निष्पक्ष जांच कर पायेगी या नहीं? यह चिंतन का विषय है। अत: इस मामले में विषय विशेषज्ञो का समावेश किया जाये जो निष्पक्ष जांच कर सके। फिलहाल रॅायल कन्स्ट्रक्शन के खिलाफ भी अनेक शिकायतें आ चुकी है, उनके द्वारा निर्मित किये गये अनेक भवन भष्टाचार का उदाहरण है।
जिम्मेदार जनप्रतिनिधि भी मौन
एक तरफ ठेकेदार यह दम भ रहा है कि उसके निर्माण में कोई कुछ नहीं कर सकता। मेरा सेटअप भोपाल तक है वहीं दूसरी तरफ जिले के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि इतने महत्वपूर्ण निर्माण की गुणवत्ता को लेकर गंभीर नहीं है। अक्सर देखा जाता है कि विधायक दिनेश राय मुनमुन कई निर्माण कार्याे का औचक निरीक्षण करते हैं लेकिन समाचार पत्रों की सुर्खियां बने ओपन स्कूल की बिल्डिंग का निरीक्षण करने से वे परहेज कर रहे हैं। वहीं नवागत कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन अधिकारियों की बैठक लेकर अधूरे पड़े कामों को शीघ्र पूरा किये जाने पर जोर दे रही है लेकिन इस भवन निर्माण को लेकर उन्होंने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।