नीट पेपर लीक मामले में पटना हाई कोर्ट ने बिहार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी 13 आरोपियों की कस्टडी सीबीआई को दी है. ये आरोपी 15 दिन की सीबीआई रिमांड पर रहेंगे. सीबीआई पेपर लीक के किंगपिन (सरगना) रॉकी और अन्य आरोपियों के सामने बैठाकर इनसे पूछताछ करेगी. पूछताछ में कई बड़े खुलासे सामने आ सकते हैं.
विवादों में घिरी नीट-यूजी-2024 से जुड़ी याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई 18 जुलाई को होगी. इनमें परीक्षा के आयोजन में अनियमितताओं की जांच, परीक्षा रद्द करने और नये सिरे से परीक्षा कराने का निर्देश देने वाली याचिकाएं हैं. 5 मई को 23.33 लाख से ज्यादा छात्रों ने 571 शहरों के 4 हजार 750 केंद्रों पर परीक्षा दी थी. इसमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे.
प्रश्न पत्र आउट कराने में रॉकी का रोल
बीते दिन सीबीआई ने इस मामले में रॉकी उर्फ राकेश रंजन को गिरफ्तार किया था. रॉकी गिरोह का सरगना है. उसको कोर्ट में पेश करने के बाद सीबीआई ने 10 दिन के रिमांड पर लिया है. परीक्षा के प्रश्न पत्र आउट कराने में इसकी भूमिका अहम थी. अब इसकी निशानदेही पर मुख्य सेटर तक पहुंचा जा सकता है.
संजीव मुखिया का रिश्तेदार है रॉकी
रॉकी के बारे में बताया जाता है कि वो बिहार के नवादा जिले का रहने वाला है. संजीव मुखिया का करीबी रिश्तेदार है. रॉकी ही वो शख्स है, जिसके मोबाइल पर सबसे पहले प्रश्नपत्र आया था, जिसे उसने रांची के ही डॉक्टर की टीम से सॉल्व कराने के बाद पटना में चिंटू को भेजा था.
अब अदालत को तय करना है: शिक्षा मंत्री
पेपर लीक मामले में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बीते दिन कहा था कि छात्रों को ये भरोसा दिलाता हूं कि उनके साथ किसी भी हालत में अन्याय नहीं होने दिया जाएगा. पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट में है, ऐसे में जो भी सुप्रीम कोर्ट का फैसला होगा, उसके आधार पर हम लोग आगे की कार्रवाई करेंगे.
उन्होंने कहा कि कई छात्रों ने इस बात को लेकर नाराजगी जाहिर की कि उन्होंने बहुत मेहनत से अपनी पढ़ाई की है और उनके मार्क्स भी अच्छे आए हैं, ऐसे में दोबारा नीट यूजी की परीक्षा न कराई जाए. अदालत के सामने शिक्षा मंत्रालय ने अपना पक्ष रख दिया है. अब सब कुछ अदालत को तय करना है.
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