हिजबुल्लाह और इजराइल का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है और ये दिन बा दिन बढ़ता ही जा रहा है. लेबनान के रेसिस्टेंस ग्रुप हिजबुल्लाह ने जानकारी दी कि उसने इजराइल सेना की स्ट्राइक के जवाब में ड्रोन हमले किए हैं. हिजबुल्लाह ने कहा कि उसने नॉर्दन बॉर्डर पर इजराइल सेना के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है. 10 जून को इजराइल ने लेबनान की सीमा के अंदर हवाई हमले किए थे. अल जजीरा की खबर के मुताबिक इन हमलों में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह का पूर्व बॉडीगार्ड मारा गया है.
हिजबुल्लाह ने उत्तरी गैलिली में एक इजराइली तोपखाने पर ड्रोन हमला किया. हमलों का लक्ष्य पश्चिमी गैलिली में 146वें डिवीजन की आर्टिलरी बटालियन कमांड का ऑफिस भी था. हिजबुल्लाह ने कमांड पोस्ट, फायर कंट्रोल पोजीशन और आर्टिलरी साइट्स पर हमला करने के लिए कामिकेज़ ड्रोन का इस्तेमाल किया है. ऐसा माना जाता है कि ये ड्रोन ईरान कि ओर से हिजबुल्लाह को दिए गए हैं.. दूसरी और इजराइल सेना भी लेबनान के हवाई क्षेत्र में घुस हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बना रही है.
इजराइल को भारी नुकसान
हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि उसके हमलों में इजराइल को बड़ा नुकसान हुआ है. समूह ने अपने बयान में कहा कि इस ऑपरेशन ने गाजा में फिलिस्तीनियों का समर्थन किया और दक्षिणी लेबनान में इजराइली कार्रवाइयों का जवाब दिया है. ड्रोन हमले के अलावा हिजबुल्लाह ने कई और हमले किए हैं, उन्होंने हनाटा चौकी के पास इजराइली सैनिकों को रॉकेट से निशाना बनाया, समूह का दावा है कि रॉकेट ने सीधे चौकी को हिट किया. समूह ने इजराइली अल-मलिकिया और हदाब यारिन सैन्य ठिकानों पर लगे तकनीकी उपकरणों पर भी गोलाबारी की है. बता दें, हिजबुल्लाह पहली ही अपने जोरदार हमलों से इजराइल के एयर डिपेंस सिस्टम को खासा नुकसान पहुंचा चुका है.
वहीं इजराइल सेना भी लगातार अपनी ओर से हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले कर रही है. अरब न्यूज की खबर के मुताबिक इजराइल सेना ने गुरुवार को नॉर्दर्न बॉर्डर से लगे लेबनानी जंगलों में UN द्वारा प्रतिबंधित हथियारों का इस्तेमाल कर आग लगा दी. इन हमलों की शुरुआत से ही बॉर्डर के दोनों रहने वाले आम नागरिक अपने घरों को छेड़ सुरक्षित स्थानों पर जा चुके हैं. गुरुवार को हिजबुल्लाह चीफ नसरल्ला ने एक टीवी चैनल पर कहा कि गाजा में संघर्ष विराम पर समझौता के बाद वे अपने हमले बंद कर देंगे. नसरल्लाह ने दोहराया कि हिजबुल्लाह इजराइल के साथ हो रही अपनी बातचीत में हमास की ओर से लिए गए हर फैसले का समर्थन करेगा.
9 महीनों से जारी जंग
7 अक्टूबर को इजराइल पर हमास के ऑपरेशन अल-अक्सा लांच करने के बाद इजराइल ने गाजा में आक्रामक सैन्य अभियान चलाया हुआ है. जिसमें अब तक करीब 40 हजार फिलिस्तीनियों की जान जा चुकी है, मरने वालों में बच्चें और महिलाएं बड़ी तादाद में शामिल हैं. हिजबुल्लाह का कहना है कि वे गाजा में इजराइल के नरसंहार के खिलाफ अपने हमले कर रहा है और गाजा सीजफायर होने तक अपने हमले जारी रखेगा.
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