मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में आज बड़ा गोलीकांड हुआ. अंबाह थाना क्षेत्र के गीलापुरा गांव में सरकारी जमीन जोतने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए. पहले तो दोनों पक्षों में मारपीट हुई, फिर बंदूकें लगने लगीं. इस दौरान गोली लगने से एक पक्ष के चाचा-भतीजे की मौत हो गई तो वहीं दूसरे पक्ष से एक व्यक्ति गोली लगने से घायल हो गया. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में घायल हो अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया. पुलिस इस घटना की जांच-पड़ताल में जुटी है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर इतनी बड़ी घटना हुई कैसे?
ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक, गांव में 11 विस्वा सरकारी जमीन है. इसी जमीन पर कब्जे को लेकर दोनों पक्षों में काफी समय से विवाद चला आ रहा था. पहले भी दोनों पक्ष कई बार आमने-सामने आ चुके थे, लेकिन मामला बातचीत कर शांत हो जाता था. आज एक पक्ष इसी जमीन को जोत रहा था, तभी दूसरा पक्ष वहां पहुंच गया और वाद-विवाद करने लगा. इस दौरान वाद-विवाद इतना बढ़ा की दोनों पक्षों में गोलीबारी हो गई.
पुलिस-प्रशासन पर उठे सवाल
गोलीबारी में एक ही परिवार के 28 वर्षीय अम्बरीश शर्मा और उसके भतीजे 20 वर्षीय अभिषेक शर्मा की गोली लगने से मौत हो गई. वहीं दूसरे पक्ष से 50 वर्षीय श्याम बाबू शर्मा की भी गोली लगने से मौत हो गई. ग्रामीणों ने कहा कि इस घटना में कहीं न कहीं प्रशासन के उन अधिकारियों की भी लापरवाही रहती है, जिसके कारण इस तरह के मामले बड़ा रूप ले लेते हैं. क्षेत्र के तहसीलदार और पटवारी जमीन के मामलों में बहुत ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं. लोग आपस में ही इन विवादों का निपटारा करने का प्रयास करने लगते हैं और परिणाम स्वरूप सामने आता है.
मुरैना में जमीनी विवाद एक बड़ी समस्या
ग्रामीणों ने कहा कि हमारे क्षेत्र में जमीन को लेकर हर परिवार में कहीं न कहीं छोटा-मोटा विवाद है. जब इसको लेकर लोग प्रशासन से मदद की गुहार लगाने जाते हैं तो प्रशासनिक अधिकारी उनको यह कहकर लौटा देते हैं कि संज्ञान में लिया जाएगा. गुरुवार को हुए गीलापुरा कांड को लेकर आसपास के लोगों का कहना है कि इसमें एक पक्ष दबंग किस्म का है, जबकि दूसरा पक्ष कमजोर है. दबंग परिवार हमेशा से इस जमीन पर कब्जा करना चाहता था, लेकिन वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पा रहा था. आज इसी कब्जे को लेकर इतना बड़ा कांड हो गया.
गोलीबारी में चाचा-भतीजे की मौत
घटना में एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के दो लोग, जो रिश्ते में चाचा-भतीजे लगते थे, उनको मौत के घाट उतार दिया. वहीं दूसरे पक्ष के लोगों ने सामने वाले पक्ष के घर के 50 वर्षीय व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया. वहीं सूत्रों से यह भी जानकारी मिल रही है कि जिस पक्ष ने दो लोगों को मौत के घाट उतारा, उस पक्ष ने बाद में यह समझा कि अब मामला बढ़ चुका है और दो जवान लोगों की मौत हो गई है. इस पर सामने वाले पक्ष ने अपने ही घर के एक बुजुर्ग को पैर में गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया, जिससे यह मामला पुलिस और प्रशासन के सामने बराबरी का नजर आए.
ASP ने दी घटना की जानकारी
हालांकि इसकी अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है. पुलिस-प्रशासन इस पूरे मामले की जांच कर रहा है. मुरैना की ASP अरविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि जमीनी विवाद में दोनों पक्षों में गोलीबारी हुई है. एक पक्ष से दो लोग तो दूसरे पक्ष से एक लोगों की मौत हुई. दोनों पक्षों की तहरीर पर मामला दर्ज किया गया है. तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस बल को तैनात किया गया है. साथ ही जांच-पड़ताल की जा रही है.
एक साल पहले हुआ था लेपा कांड, 6 लोगों की गई थी जान
गौरतलब है कि मुरैना में इस तरह के गोलीकांड कोई नए नहीं हैं. इससे पहले 4 मई 2023 को लेपा कांड हुआ था, जिसमें पुरानी रंजिश के तहत विवाद हुआ और 6 लोगों ने जान गवाई थीं. दरअसल, सिहोनियां थाना क्षेत्र लेपा गांव में पुरानी रंजिश के चलते दो परिवार के बीच विवाद हुआ था. इस दौरान एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के लोगों पर गोलियां बरसा दी थीं. इस गोलीबारी में 6 लोगों की मौत हो गई थी और कुछ लोग घायल हुए थे.
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