साधाराम हत्याकांड का आतंकी कनेक्शन ! आरोपियों के मोबाइल में मिले बंदूक पकड़े संदिग्ध वर्दीधारियों के वीडियो

कवर्धा: छत्तीसगढ़ के कबीरधाम में हुए 20 जनवरी को हुए चरवाहे साधराम हत्याकांड के तार अब आतंकियों से जुड़ते दिखाई दे रहे हैं। पुलिस को आरोपियों के मोबाइल से कुछ ऐसे फोटो और वीडियो मिले हैं जिससे मामला संदिग्ध नजर आ रहा है। मोबाइल में मिले फोटोज और वीडियो में कुछ वर्दीधारी बंदूक पकड़े दिख रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भिजवाया था। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, मामले में अब गिरफ्तार हो चुके आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जाएगी। आशंका है कि मामले में आतंकी कनेक्शन का बड़ा खुलासा हो सकता है।

दरअसल, 20 जनवरी को कोतवाली थाना क्षेत्र के लालपुर गांव में चरवाहा साधराम यादव (50) की गला रेतकर हत्या की गई थी। साधाराम का शव गांव की नर्सरी के पास अगले दिन मिला था। पुलिस जांच में हत्या करने का तरीका आंतकी संगठन ISIS जैसे होने का खुलासा हुआ था।

मामले में पुलिस ने अय्याज खान(29), इदरीस(27), सुफियान कुरैशी (21), महताब खान (22) और शेख रफीक उर्फ रिंकू 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। 5 आरोपियों को कवर्धा जेल भेजा गया, जबकि एक नाबालिग आरोपी को सुधार गृह में रखा गया है। हत्या के पीछे की वजह राम मंदिर का उद्घाटन होने से नाराज होना था। उन्होंने डर फैलाने के उद्देश्य से इस हत्याकांड को अंजाम दिया। जांच के बाद दो आरोपियों इदरीस और अय्याज खान पर धारा 16 UAPA के टेररिस्ट एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। जांच के बाद प्रशासन ने आरोपियों के घर में बुलडोजर कार्रवाई भी की थी। वहीं परिजनों की मांग पर सीएम साय ने NIA से जांच कराने के भी निर्देश दिए थे। हालांकि NIA ने इस केस को हैंडल करने की अधिकृत घोषणा नहीं की है।

वहीं पुलिस जांच में आरोपियों की पृष्ठभूमि की जांच की तो मामला संदिग्ध लगा था। उसके मोबाइल और लैपटॉप से उसके जम्मू कश्मीर जाने-आने और वहां रहने तथा संदिग्ध लोगों से संपर्कों की जानकारी मिली थी। साधराम की पत्नी ने आरोपियों के लिए मौत की सजा की मांग की है। पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल भी जब्त किए थे। इनकी फॉरेंसिक जांच की जो रिपोर्ट आई है उसमें आतंकी कनेक्शन सामने आया है।

बताया जा रहा है कि मोबाइल आरोपी अय्याज का है और उसके घर की तलाशी के दौरान यह दो टुकड़ों में बरामद हुआ था। फॉरेंसिक जांच के दौरान पता चला कि 2018 से मोबाइल का इस्तेमाल नहीं किया गया है। आशंका है कि तभी से इस मोबाइल को तोड़कर रखा गया था। वही इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड भी बताया गया है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.