भारी वर्षा के बाद बैसली नदी उफान पर, ग्रामीण क्षेत्रों में घुसा पानी

भिंड। मेहगांव क्षेत्र में बैसली नदी में उफान आने के कारण छह से अधिक गांव प्रभावित हो गए हैं। लोगों के घरों में पानी भर गया है। स्थिति यह है कि ग्रामीणों को जरूरी चीजों के लिए परेशान होना पड़ रहा है।

बारिश के महीने में कई बार बैसली नदी का जल स्तर बढ़ जाता है। इस कारण नदी के आसपास के करीब आधा दर्जन ऐसे गांव हैं, जहां पर लोगों को पानी में होकर आना-जाना पड़ता है। जब जल स्तर ज्यादा बढ़ जाता है तो यह पानी गांव के चारों ओर फैल जाता है।

हालत यह है कि गोदावली गांव में पुलिया पानी में डूबी हुई है। मंदिर के नजदीक पानी अधिक होने के कारण लोगों को कमर तक पानी में होकर गांव आ-जा रहे हैं। इस पानी ने गांव को चारों ओर से घेर लिया है इस कारण से लोग घरों के अंदर ही ज्यादा समय रह रहे हैं। जो लोग घरों से आ जा रहे हैं उन्हें पानी के अंदर से होकर आना जाना पड़ रहा है ऐसी स्थिति में सबसे ज्यादा परेशानी रोजमर्रा की जरूरत की चीजों को लेकर बनी हुई है। लोग पानी में पैदल होकर ही आ जा सकते हैं।

स्कूलों में लगा ताला, बीमारी फैलने की आशंका

बैसली नदी में आए उफान के कारण गांव के चारों ओर पानी हो गया है। पानी के कारण स्कूलों में बच्चों का आना बंद हो चुका है और वे घरों पर छुट्टी मना रहे हैं। बतादें कि मेहगांव क्षेत्र के गाता, गोदावली, कतरौल, मानपुर, अजनौल मुख्य रूप से प्रभावित हैं। इन गांव के नलकूप, हैंडपंप और कुएं में बारिश का गंदा पानी भर गया है। ऐसी हालत में यह पानी पीने योग्य नहीं रहा है। लोगों को यह पानी मजबूरी में पीना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने बीमारी फैलने की भी आशंका जाहिर की है।

जिला अस्पताल में कंट्रोल रूम शुरू

प्राकृतिक आपदा को ध्यान में रखते हुए जिला अस्पताल में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। इसमें नोडल अधिकारी डाॅ आरएन राजौरिया ईएनटी विशेषज्ञ को बनाया गया है। कंट्रोल रूम में डाॅ रविकांत जैन नेत्र रोग विशेषज्ञ, डाॅ सतीश शर्मा शिशु रोग विशेषज्ञ, डाॅ टीएन सोनी पीजीएमओ, डाॅ पुलक जैस्वानी चिकित्सा अधिकारी, साकेत चौरसिया सहायक प्रबंधक, मुन्नालाल पावक कंपाउंडर, मनोज विमल ड्रेसर, मुन्ना यादव एंबुलेंस वाहन चालक की ड्यूटी लगाई गई है।

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