हरियाणा के श्रद्धालुओं से भस्म आरती के नाम पर ठगी, आंध्र प्रदेश के श्रद्धालु को श्वान ने काटा

उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में सोमवार को हरियाणा के श्रद्धालुओं के साथ भस्म आरती के नाम पर ठगी का मामला सामने आया। वहीं, आंध्र प्रदेश से आए एक श्रद्धालु को श्वान ने काट लिया।

हरियाणा के सोनीपत से अंशुल अपनी बड़ी बहन के साथ महाकाल दर्शन करने आए थे। बड़े गणेश मंदिर के समीप वे भस्म आरती दर्शन के संबंध में पूछताछ कर रहे थे। इस दौरान फूल-प्रसाद विक्रेता राजकुमार से उनकी मुलाकात हुई। राजकुमार ने शयन आरती दर्शन कराने के लिए उनसे 2600 रुपये वसूल लिए तथा भस्म आरती अनुमति कराने के लिए तीन हजार रुपये की मांग की।

दर्शनार्थियों ने उसे 5600 रुपये दे दिए। राजकुमार ने उन्हें दर्शन कराने के साथ भस्म आरती की अनुमति भी करवा दी। सोमवार को भस्म आरती दर्शन करने के बाद जब वे मंदिर से बाहर निकले राजकुमार ने उन्हें फोन कर और तीन हजार रुपये देने की मांग की।
वह लगातार फोन कर तीन हजार रुपये देने के लिए दबाव बनाने लगा। इस पर श्रद्धालुओं ने महाकाल थाने में इसकी शिकायत की। इस पर थाने से उन्हें पुलिस सहायता दी गई। इसके बाद अंशुल ने रुपए देने के लिए राजकुमार को बुलाया और पुलिस ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। टीआई अजय वर्मा ने बताया आरोपित से पूछताछ की जा रही है, कार्रवाई के लिए उसे एसडीएम कोर्ट में पेश किया जाएगा।
श्वानों का आतंक भी बढ़ रहा
महाकाल मंदिर में श्वानों का आतंक बढ़ता जा रहा है। एक सप्ताह पहले दिल्ली से महाकाल दर्शन करने आईं प्रोफेसर चारूलता के पैर में श्वान ने काट लिया था। रविवार को आंध्र प्रदेश के रंगारेड्डी शहर से महाकाल दर्शन करने मंदिर पहुंचे थे। सोमवार तड़के भस्म आरती दर्शन के बाद वे परिसर स्थित मंदिरों में दर्शन कर रहे थे, इसी दौरा श्वानों का समूह परिसर में आ गया और एक श्वान ने उनके पेट पर काट लिया।
लहूलुहान दर्शनार्थी की मदद के लिए अन्य दर्शनार्थी दौड़े और उन्हें अस्पताल पहुंचाया। मंदिर परिसर व महाकाल महालोक में लगातार श्वानों का आतंक बना हुआ है। श्वान अब तक कई श्रद्धालु व कर्मचारियों को अपना शिकार बना चुके हैं। वहीं, सोमवार को प्रशासनिक संकुल में आयोजित समय-सीमा बैठक में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने शहर तथा महाकाल मंदिर में बढ़ रहे डाग बाइट के मामले पर चिंता जताई। उन्होंने नगर निगम को श्वानों को पकड़कर डाग हाउस व अन्य निर्धारित स्थानों पर भेजने को कहा।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.