छतरपुर। बुंदेलखंड में छतरपुर जिले को नशे के सौदागर सॉफ्ट टारगेट बना चुके हैं। जहां अफीम की खेती तक होती रही है और गांजा, शराब, नशीली दवाएं और अब नशीले इंजेक्शन तक बेचे जा रहे हैं।
बाहर से आने वाले लोग जिले में नशे का बाजार चला रहे हैं। पुलिस स्थानीय स्तर पर कार्रवाई करती रही है, लेकिन इन नशे के सौदागरों का नेटवर्क ऐसा फैल चुका है कि जड़ों तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पा रहे हैं।
छतरपुर जिले के किशनगढ़ क्षेत्र में अफीम की खेती पकड़ी गई है। बारीगढ़, गौरिहार, भगवां, घुवारा और बक्सवाहा सहित हरपालपुर क्षेत्र में अवैध शराब के काउंटर तक संचालित हो रहे हैं।
इन छोटी दुकानों को बल्क में शराब कौन दे रहे रहा है इसकी पड़ताल न तो पुलिस कर रही है और न ही आबकारी विभाग द्वारा की जाती है।
अब नशे के सौदागर नशीली दवाएं बेच रहे हैं। नशीले इंजेक्शन तक शहर और नगर कस्बों में सप्लाई कर रहे हैं। कुछ मामलों में पुलिस ने लोगों को पकड़ा भी है और कार्रवाई भी हुई लेकिन यह चेन कहां तक जुड़ी है यहां तक पुलिस नहीं पहुंच रही है।
लोगों का कहना है कि इस तरह की सख्त कार्रवाई नहीं होने से जिलेभर में अवैध नशे की गतिविधियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
यह है बीते छह महीने की हकीकत
- छतरपुर पुलिस द्वारा बीते 6 माह में थाना किशनगढ़ क्षेत्र अंतर्गत 51 क्विटल अफीम सहित दो प्रकरण में चार आराेपित गिरफ्तार किए गए। गांजा के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए 12 प्रकरणों में 77 किलो से अधिक गांजा जब्त किया गया। इन मामलों में 22 आरोपित गिरफ्तार किए गए।
- नशीले सिरप 269, 220 टेबलेट, दो सैकड़ा से अधिक नशीले इंजेक्शन एवं सिरिंज बरामद किए गए। 4 पंजीबद्ध कर 6 आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई भी हुई।
- 1 अप्रैल से 30 जून तक 3 माह में थाना महाराजपुर में 65 किलो भारी मात्रा में गांजा सहित गांजा के 6 प्रकरणों में 12 आरोपी 70 किलो से अधिक गांजा के साथ गिरफ्तार किए गए।
- अवैध शराब 8300 लीटर जब्त की गई। 573 प्रकरणों में 585 आरोपित गिरफ्तार किए गए। थाना सरवई, सिविल लाइन कोतवाली में भारी मात्रा में नशीले सिरप, टैबलेट, गोलियां एवं इंजेक्शन जब्त किए गए।
प्रतिबंधित हैं फिर भी चल रहे अहाते
शराब की दुकानों के पास अहातों को प्रतिबंधित किया गया है। इसके बाद भी अहाते शहरी क्षेत्र से नगर कस्बों तक चल रहे हैं। सिटी कोतवाली क्षेत्र में दर्जनों जगहों पर खुलेआम अवैध शराब के ठिकाने बने हुए हैं।
ढाबों में शाम होते ही जाम खनकने लगते हैं। होटलों में कौन आया कौन गया इसकी पड़ताल तक पुलिस नहीं कर रही हैं। खास बात यह है कि बुंदेलखंड के जिलों में नशा का अवैध कारोबार करने वाले लोग छतरपुर जिले का टारगेट बना रहे हैं।
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