ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में बीएसएफ की एक महिला आरक्षक अपनी सहेली के साथ एक महीने से गायब है। आकांक्षा जबलपुर की रहने वाली है और शाहाना खातून के साथ 1 महीने से गायब है, दोनों की पोस्टिंग बीएसएफ टेकनपुर मुख्यालय में है। आकांक्षा की मां उर्मिला निखर अपने बेटे नीरज के साथ ग्वालियर एसपी ऑफिस पहुंची और उन्होंने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई है।
आकांक्षा की मां का कहना है कि उनकी बेटी को अगवा कर लिया गया है। आकांक्षा की मां ने उनकी बेटी को अगवा करने का आरोप शाहाना और उसके परिवार पर लगाया है। दरअसल 6 जून 2024 को सहायक प्रशिक्षण केंद्र टेकनपुर से आकांक्षा के घर जबलपुर फोन पहुंचा था और उन्होंने बेटी के बारे में जानकारी हासिल की थी। बताया गया था कि आकांक्षा शाहाना के साथ कहीं गई हुई है। शाहाना और आकांक्षा की लोकेशन 7 जून को दिल्ली में मिली थी और 8 जून को उनकी लोकेशन हावड़ा में मिली थी।
बताया जा रहा है कि शाहाना खातून लगातार अपने परिवार वालों के संपर्क में हैं। सीसीटीवी फुटेज में भी सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। शहाना खातून की बड़ी बहन से दोनों महिला आरक्षक को कुछ पैसे और एक गाड़ी मोबाइल दिए गए हैं। दोनों महिला बीएसएफ कर्मचारियों की लोकेशन नदिया जिले में आखिरी बार देखी गई है। इसके बाद से दोनों गायब हैं। 13 जून को उर्मिला निखर अपने बेटे के साथ बहरामपुर मुर्शिदाबाद गई। दोनों मां बेटे ने शहाना खातून के परिवार से उनकी बेटी के लोकेशन की जानकारी मांगी। लेकिन उन्होंने जानकारी होने से इनकार कर दिया। उर्मिला निखर को आशंका का है कि उनकी बेटी के साथ कोई षड्यंत्र किया गया है। हालांकि इस मामले में जिले के बिलौआ थाने में मुकदमा दर्ज है।
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