बारबाडोस की पिच को जीवन भर नहीं भूलेंगे रोहित शर्मा, बताया क्यों खाई थी इसकी मिट्टी?

भारतीय टीम ने 2007 में महेंद्र सिंह की कप्तानी में टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता था. रोहित शर्मा भी उस टीम का हिस्सा थे. हालांकि, इसके बाद वो कभी किसी वर्ल्ड कप को नहीं जीत पाए. जब उन्हें टीम का कप्तान बनाया गया, तो 2022 के टी20 वर्ल्ड कप में उन्हें इंग्लैंड के हाथों करारी का सामना करना पड़ा. इसके बाद से वो हर हालत में एक वर्ल्ड कप ट्रॉफी अपने नाम करना चाहते थे. उन्होंने इसके लिए हेड कोच राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर दो साल तक मेहनत की और एक मजबूत टीम बनाई. 2023 वनडे वर्ल्ड कप में मिली हार और 17 साल के लंब इंतजार के बाद जब बारबाडोस में टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी हाथ लगी, तो वो इमोशनल हो गए और भारत-साउथ अफ्रीका मुकाबले की पिच की मिट्टी खाई. अब बीसीसीआई के एक वीडियो में इसके पीछे के असल कारण को बताया है.

बारबाडोस की पिच को कभी नहीं भूलेंगे

बीसीसीआई ने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में रोहित शर्मा टी20 वर्ल्ड कप की जीत के मायने और सेलिब्रेशन के तरीके के बारे में खुलकर बात की है. इस वीडियो में उन्होंने कहा कि जीत के बाद वो कैसा महसूस कर रहे थे, उसे बता पाना मुश्किल. रोहित ने मिट्टी खाकर सेलिब्रेट करने को लेकर कहा कि उस मोमेंट में उन्हें जो दिल में वो कर दिया. मैच के बाद जब वो पिच पर पहुंचे तो उन्हें एहसास हुआ कि बारबाडोस की उस पिच ने उनके सालों के सपने को पूरा किया है. उन्हें जीवन की हर खुशी दे दी है. इसलिए वो इसका अपने आप में समा लेना चाहते थे. यही कारण है उन्होंने उस पिच की मिट्टी खाई. रोहित ने कहा कि वो बारबाडोस के मैदान और पिच को जीवन भर नहीं भूलेंगे.

रातभर नहीं सोए रोहित

रोहित शर्मा ने वीडियो में ये भी खुलासा किया कि ट्रॉफी जीतकर उन्होंने बाकी खिलाड़ियों के साथ खूब मजे किए. सभी होटल में जमकर सेलिब्रेट किया. सालों की मेहनत के बाद उन्हें वो ट्रॉफी मिली थी, इसलिए इसकी खुशी में रातभर सो नहीं पाए थे. रोहित ने कहा कि इस खुशी के लिए रातभर जगने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं है.

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