देश में मानसून दस्तक देने लगा है. कई राज्यों में मूसलाधार बारिश हो रही है. इस आफत की बारिश में कई परिवार उजर गए. इस हाहाकारी बारिश ने पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक कहर बरपा रखा है. कहीं सैलाब तो कहीं हाहाकार वाली स्थिति है. कहीं गाड़ियां बह गईं तो कहीं लोग बह गए. मानो ऐसा लग रहा है जैसे पानी कोई बर्बादी की कहानी लिख रहा हो. देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बारिश की वजह से अब 11 लोगों की मौत हो चुकी है. बाकी शहरों में भी कई लोगों की मौतें हुई हैं.
दिल्ली में आफत की बारिश, अब तक 11 की मौत
दिल्ली में आफत की बारिश से अब तक 11 लोगों की जान जा चुकी है. मानसून की पहली ही बारिश में दिल्ली पानी पानी हो गई है. दो दिन बारिश में देश की राजधानी का बुरा हाल हो गया. शुक्रवार को दिल्ली में रिकॉर्ड बारिश हुई है. इतनी बारिश कि सड़कें तालाब बन गईं. सड़कों पर कारें तैरने लगीं. कई इलाकों में जलजमाव हो गया. राष्ट्रीय राजधानी में बारिश से जुड़ी कई घटनाए हुईं. कई गड्ढे में गिरने से लोगों की जान चली गई तो कहीं छत गिरने की वजह लोग मारे गए.
मुंबई में जानलेवा सैलाब, 5 लोग पानी में बह गए
मुंबई से सटे लोनावला में सैलाब की वजह से पूरा परिवार पानी में बह गया. भारी बारिश के बाद ओवरफ्लो हुए भुशी डैम के हाहाकारी सैलाब ने एक परिवार पर आफत बनकर टूटा. देखते ही देखते तेज बहाव में परिवार के 5 लोग बह गए. जानकारी के मुताबि, ये परिवार वीकेंड पर यहां छुट्टियां बिताने आया था. हादसे के बाद लोनावला पुलिस और शिव दुर्ग बचाव दल को अभी तक 3 शव मिले हैं, जबकि अन्य 2 की तलाश जारी है. रेस्क्यू ऑपरेशन में आज नेवी की टीम से मदद मिल सकती है. हादसे का शिकार परिवार पुणे के सय्यद नगर का रहने वाला है.
गुजरात में बारिश ने मचा रखा है कहर
गुजरात में बारिश ने कहर मचा रखा है. मूसलाधार प्रहार से अहमदाबाद समेत कई शहरों का हाल बुरा है. जिन सड़कों पर गाड़ियां फर्राटा भरती थीं वहां कई फीट तक पानी भर गया. शहर का कोई ऐसा कोना नहीं बचा, जहां जलभराव से लोगों का सामाना ना हुआ हो. शहर की रफ्तार पर बारिश ने मानो ब्रेक लगा दिया. मेहसाणा में भी बारिश से लोगों का हाल बेहाल है. रविवार को यहां 102 मिमी बारिश दर्ज की गई. हाईवे पर जलभराव से लोग दिनभर जूधते रहे. इस बीच दक्षिण और उत्तरी गुजरात के जिलों में 3 से 4 जुलाई के बीच भारी बारिश का अलर्ट है. तेज हवाओं और बारिश से सूरत और अहमदाबाद समेत कई जगहों में दर्जनों पेड़ धाराशायी हो गए.
किश्तवाड़ में लैंडस्लाइड, भरभरा कर गिरी पहाड़ी
लगातार तेज बारिश की वजह से किश्तवाड़ में लैंडस्लाइड हो गया है. किश्तवाड़ में नागसेनी-पत्थर नेकी के पास पहाड़ी भरभरा कर गिर गई. पहाड़ी खिसकने से पद्दर उपमंडल का किश्तवाड़ से संपर्क टूट गया है. बताया जा रहा है कि पहाड़ी पर लगा एक टावर भी खिसक कर नीचे गिर गया. गनीमत की इस वक्त सड़क पर वाहनों की आवाजाही ना के बराबर थी. BRO की टीम भी इस हादसे की चपेट में आने से बची. क्योंकि जब पहाड़ी खिसकी, BRO की टीम पास में ही सड़क की मरम्मत में जुटी थी. फिलहाल किश्तवाड़-पाडर मार्ग पर आवाजाही शुरू करने के लिए मलबा हटाने का काम जारी है.
केदारनाथ मंदिर के पास एवलांच, ग्लेशियर टूट कर खाई में गिरा
केदारनाथ धाम के पास रविवार को हुए हिमस्खलन का ये खौफनाक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिला आपदा प्रबंधन के मुताबिक केदारनाथ मंदिर से कुछ किलो मीटर दूर चोराबाड़ी के ऊपर से ग्लेशियर का एक बड़ा हिस्सा टूटकर गहरी खानी में समा गया. घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है. ग्लेशियर से गांधी सरोवर के पास के क्षेत्रों में बर्फ का सैलाब आ गया, लेकिन कोई भारी क्षति नहीं हुई. केदारनाथ धाम के आस-पास मौसम तेजी से बदल रहा है. ऐसे में आमदा प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से सतर्कता बरतने की अपील की है.
हरिद्वार में बारिश से तबाही
हरिद्वार में तबाही मचाने के बाद सूखी नदी का पानी अब धीरे-धीरे नीचे उतर रहा है. इस बीच शनिवार को सैलाब में बहे वाहनों को नदी से निकालने का काम जारी है. SDRF की टीम, अब तक नदी से 2 दर्जन से ज्यादा वाहनों को निकाल चुकी है. प्रशासन के मुताबिक नदी में बाढ़ आने से शहर की पेयजल लाइनें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. खड़खड़ी और भूपतवाला के कई इलाकों में पेयजल की समस्या खड़ी हो गई है. शनिवार को बारिश के कारण नदी ने ऐसा रौद्र रूप ले लिया कि हर तरफ तबाही मच गई.
असम में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से 44 मौतें
डिब्रूगढ़ में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश से जन-जीवन पूरी तरह बेहाल है. शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए है. बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया. सड़कें भी दरिया बन गई हैं. दूसरी ओर ब्रह्मपुत्र नदी का बढ़ता जलस्तर भी लोगों को डरा रहा है. डिब्रूगढ़ में नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी है. गुवाहाटी में भी बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. लगातार बारिश से ब्रह्मपुत्र समेत 5 नदियां उफान पर हैं. बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से अब तक राज्य में 44 मौतें हो चुकी हैं.
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