मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के तहत राज्य में पहली बार तीन आवेदकों को नागरिकता प्रमाण पत्र प्रदान किया है. सर्टिफिकेट देने के बाद मध्यप्रदेश शासन की तरफ से तीनों का स्वागत किया गया. इन तीनों में समीर सेलवानी और संजना सेलवानी के पिता पाकिस्तान में रह रहे थे, ये 2012 से ही भारत में रह रहे हैं. इन्होंने CAA के तहत मई में आवेदन किया था. वहीं तीसरी आवेदक राखी दास बांग्लादेश से हैं.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नागरिकता संबंधी मुश्किलों का निराकरण कर एक ऐसा रिश्ता तैयार किया है, जो अखंड भारत की याद दिलाता है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जो निर्णय किया गया था कि हम अपने देश में सभी अल्पसंख्यकों की रक्षा और उनकी चिंता करेंगे, हम उस पर कायम हैं.
इन्हें विदेशी ना मानें- डॉ. यादव
उन्होंने कहा कि हमारे देश के हिंदू, सिक्ख, जैन, बौद्ध, ईसाई, पारसी बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में रह गए थे. बाद में वे भारत आने से वंचित रह गए. इन्हें विदेशी माना गया. जबकि ये मूल रूप से विदेशी नहीं थे. ये अखंड भारत के हिस्सा थे. बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सरकारें उनकी सुरक्षा नहीं करा पा रही थी.
हमारे बिछड़े परिवार के सदस्य-सीएम
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि सीएए से हमारे परिवार के बिछड़े लोग हमारे पास आ रहे हैं. ये अपने धर्म को बचाने के लिए अपने मूल देश में आ रहे हैं. अगर वहां ये धर्म बदल लेते तो वहीं रह सकते थे. डॉ यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बड़ा काम किया है. मध्यप्रदेश में जो भी आएगा उन सभी का स्वागत करेंगे. मध्यप्रदेश शासन इनकी जो जरूरतें होंगी उसमें शासन पूरी मदद करेगा.
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