18वीं लोकसभा के पहले सत्र के तीसरे दिन नए स्पीकर का चुनाव हो गया है. एनडीए उम्मीदवार ओम बिरला एक बार फिर से लोकसभा के स्पीकर चुन लिए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा. इसके बाद एनडीए में शामिल सभी दलों ने उनका समर्थन किया. बाद में ध्वनि मत से उन्हें दोबारा से लोकसभा स्पीकर चुना गया. पीएम मोदी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी नए स्पीकर को आसन तक ले गए और उन्हें पदभार ग्रहण कराया.
ओम बिरला के स्पीकर बनने के बाद सभी दलों के नेताओं ने उन्हें बधाई दी. इस बीच हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी उन्हें मुबारकबाद दी. ओवैसी ने कहा कि संसद की आवाम इस बात पर गर्व महसूस कर रही है कि आप दूसरी बार लोकसभा के अध्यक्ष बने हैं और वह इस सदन के संरक्षक हैं. लेकिन हकीकत ये है कि सत्ता पक्ष के पास नंबर तो हैं लेकिन जनता की ताकत नहीं है. वहीं विपक्ष के पास जनता की आवाज है.
‘छोटी पार्टियों को मौका दें’
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा अध्यक्ष से कहा कि उनकी गुजारिश है कि वह छोटी पार्टियों को मौका दें. उन्होंने पिछली लोकसभा का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह से 17वीं लोकसभा में उन्होंने मुझे बोलने का और बात रखने का पूरा मौका दिया, इसी तरह 18वीं लोकसभा में भी वे छोटी पार्टियों के सांसदों को अपनी बात रखने का मौका दें. उन्होंने आगे कहा कि वे जिस समुदाय से आते हैं, उसका पार्लियामेंट में सिर्फ 4 फीसद ही प्रतिनिधित्व है ऐसे में उन्हें आवाज उठाने का मौका दें.
‘BJP अब जबरदस्ती नहीं कर पाएगी’
ओवैसी ने कहा कि उन्हें यकीन है कि यह सरकार डिप्टी स्पीकर बनाकर उनका बोझ कम करेगी. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष पर इतना बोझ नहीं डालना चाहिए. इसके साथ ही ओवैसी ने यह भी कहा कि अब इस सदन का चरित्र बदल चुका है ऐसे में अब बीजेपी किसी भी बात को लेकर जबरदस्ती नहीं कर पाएगी.
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