NEET: झारखंड के सेंटर से पटना में प्लानिंग तक… जांच रिपोर्ट में पेपर लीक की पूरी कहानी

NEET UG पेपर लीक मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. पटना में ईओयू यानी आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान ने अब तक की जांच के आधार पर शिक्षा मंत्रालय और NTA को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी दी है. ईओयू की इस विस्तृत रिपोर्ट पर स्टेटस इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट लिखा हुआ है. टीवी9 भारतवर्ष को इस जांच रिपोर्ट की प्रमुख विंदुओं की जानकारी मिली है. इओयू की रिपोर्ट में सबसे पहले लिखा गया है कि NEET परीक्षा का पेपर लीक हुआ है.

वहीं इस रिपोर्ट में यह भी दर्ज है कि जले हुए प्रश्नपत्र की फोरेंसिक जांच भी कराई जा रही है. ईओयू की इस रिपोर्ट में जले हुए प्रश्न पत्र के अवशेष, इसमें बरामद 68 प्रश्नों की सूची भी संलग्न है.

ईओयू की रिपोर्ट की बड़ी बातें:

  • झारखंड से आई एक फोन कॉल के बाद झारखंड नंबर की JH01BW 0019 कार को पकड़ा गया जिसमे सिकंदर,अखिलेश और बिट्टू सवार थे. इनके पास से कई छात्रों के एडमिट कार्ड बरामद हुए. इनसे पूछताछ के क्रम में गैंग के बाकी सदस्यों छात्रों और उनके परीक्षा केंद्र का पता चला. इनके तीन ठिकानों का पता चला, जहां से जले हुए प्रश्नपत्र और आर्थिक लेन देन के सबूत मिले.
  • पेपर लीक के सबूत के तौर पर अब तक गिरफ्तार 13 लोगों के बयान की कॉपी संलग्न की गई है.
  • पेपर लीक मामले में आर्थिक लेन देन के विस्तृत रिपोर्ट लिखी गई है. जिसमे चेक, पासबुक, एटीएम कार्ड से लेकर कुछ बैंकों से मंगाई गई जमा निकासी की रिपोर्ट भी संलग्नक के तौर पर भेजी जा रही है.
  • पेपर लीक मामले गिरफ्तार चार छात्रों आयुष राज, अनुराग यादव, शिवनंदन और अभिषेक के रोल नंबर, बुकलेट, परीक्षा केंद्र वगैरह की विस्तृत जानकारी के अलावा इनके बयान की कॉपी अलग से पेश की जा रही है. इन सभी छात्रों ने अबतक कहां कहां और किन-किन कोचिंग संस्थानों में पढ़ाई की है इसकी भी पूरी जानकारी दर्ज की गई है.
  • अबतक गिरफ्तार सॉल्वर गैंग के सिकंदर,अमित आनंद,नीतीश और अन्य लोगों के बयान के साथ उनके इतिहास के बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई है.
  • NEET पेपर लीक मामले में शामिल सॉल्वर गैंग के फरार संजीव मुखिया,चिंटू,पिंटू, रॉकी उर्फ राकेश तथा अन्य के बारे में भी अलग से जिक्र किया गया है.
  • पेपर लीक की पूरी कहानी झारखंड के हजारीबाग के एक केंद से लेकर पटना तक पहुंचने, छात्रों तक पहुंचाने की बात रिपोर्ट दर्ज है.
  • पटना के दानापुर के एक सरकारी दफ्तर में पूरी साजिश रचे जाने और छात्रों को पटना के ही एक सेफ हाउस में रखा गया था. जहां सभी अभ्यर्थियों को प्रश्न और उत्तर रतवाये गए.
  • इस पूरे मामले में टीवी9 के गेस्ट हाउस प्रकरण खुलासे के बाद उप मुख्यमंत्री द्वारा पेश दस्तावेज और सबूत का जिक्र आर्थिक अपराध इकाई की रिपोर्ट में किया गया है. इस गेस्ट हाउस का इस्तेमाल सिकंदर ने अपने रिश्तेदार अभ्यर्थी अनुराग यादव को उसकी मां रीना के साथ ठहराने में किया था.
  • सबसे आखिर में आर्थिक अपराध इकाई ने अपने एसआईटी द्वारा अभी भी जारी करवाई का जिक्र किया है.

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