कैसे बनती है आइसक्रीम, क्या इसका बिजनेस करना है फायदे का सौदा?

आइसक्रीम… गर्मियों के मौसम में जहां ये नाम सुनकर लोगों के मुंह में पानी आता है, फिलहाल एक खबर ध्यान खींच लेती है और वो है आइसक्रीम कोन में कटी हुई इंसान की उंगली निकलने की. खैर आप इस खबर पर बहुत ज्यादा ध्यान ना देते हुए ये जरूर पता लगा सकते हैं कि आइसक्रीम बनती कैसे है, कौन सी मशीन की जरूरत पड़ती है, और क्या इसका बिजनेस फायदे का सौदा है?

अगर आप आइसक्रीम का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो दो से तीन बातें आपको बिलकुल ध्यान में रखना है. जैसे पहली बात ये कि आपको किस मार्केट को टारगेट करना है, मतलब कि आप अमूल, मदर डेयरी टाइप की आइसक्रीम सर्व करना चाहते हैं या फिर आपको नेचुरल्स या एनआईसी जैसा ब्रांड तैयार करना है. दूसरा आपके प्रोडक्ट का प्राइस पॉइंट क्या होगा और जो प्राइस पॉइंट आपने तय किया है, वो आपकी बिजनेस लोकेशन पर सूट करेगा?

अगर ये 3 बातें फाइनल हो गईं तो आपका आइसक्रीम का बिजनेस सक्सेस होने से कोई नहीं रोक सकता है. अब जानते हैं कि आइसक्रीम बनती कैसे है?

आइसक्रीम बनाने का तरीका

आइसक्रीम असल में एक डेयरी प्रोडक्ट है. इसमें दूध, कंडेस मिल्क, चीनी और क्रीम फैट मुख्य इंग्रीडिएंट होते हैं. इसके अलावा फ्लेवर या फ्रूट्स और डाईफ्रूट्स का भी इसमें इस्तेमाल होता है. विदेशों में आइसक्रीम में अंडा भी मिलाया जाता है, लेकिन भारत में ये जरा भी पॉपुलर नहीं है.

आइसक्रीम बहुत बेसिक तरीके से बनती है. इसमें पहले मिल्क को पाश्चराइज किया जाता है. फिर उसे बाकी इंग्रीडिएंट और फ्लेवर्स के साथ ब्लेंड किया जाता है. जब एक गाढ़ा टेक्सचर तैयार हो जाता है, तो उसे मोल्ड्स, कप्स या कोन्स में भरकर फ्रीज करने के लिए रख दिया जाता है. कमर्शियल प्रोडक्शन में इसमें कुछ स्टेबलाइजर्स भी मिलाए जाते हैं, जो आइसक्रीम की शेल्फ लाइफ बढ़ाते हैं.

खुद शुरू करें आइसक्रीम का बिजनेस

आइसक्रीम का बिजनेस दो तरीके से होता है. पहला तरीका किसी बड़े ब्रांड की आइसक्रीम को लेकर पार्लर खोलना, जहां आपको मार्जिन से इनकम होती है. दूसरा तरीका है खुद का आइसक्रीम ब्रांड बनाना. इसमें आप अपने फ्लेवर्स को यूनिकनेस दे सकते हैं और मार्जिन भी अपने हिसाब से तय कर सकते हैं. भारत के फेमस आइसक्रीम ब्रांड नेचुरल्स की शुरुआत भी कुछ ही इसी तरह मुंबई के जुहू से हुई थी.

ऐसे कर सकते हैं बिजनेस शुरू

अगर आपने ऊपर बताए मार्केट रिसर्च, मार्केट लोकेशन और प्राइसिंग के मुद्दे को सुलझा लिया है, तो अब आते हैं कि आपको आइसक्रीम बिजनेस के लिए टूल्स कौन से चाहिएंगे. आप शुरुआत बहुत बेसिक से करके बाद में बिजनेस को स्केलअप कर सकते हैं.

वैसे एक आइसक्रीम बिजनेस शुरू करने के लिए आपके पास ब्लेंडर्स या आइसक्रीम मेकर्स होने चाहिए. इसके अलावा आपके पास डीप फ्रीजर, रेफ्रिजरेटर, स्टोरेज स्पेस, पैकेजिंग मैटेरियल, डिस्पोजेबल कटलरी, जनरेटर्स और बिलिंग सिस्टम होना चाहिए.

इसके अलावा आपको आइसक्रीम बिजनेस करने के लिए 5 लोगों तक स्टाफ भी शुरुआत में लगेगा. इसमें भी दो स्टाफ स्किल्ड लेबर होंगे, जो मशीन ऑपरेट करने से लेकर ब्लेंड तैयार करने का काम कर सकें. वैसे अगर आप अपने प्रोडक्ट का स्टैंडर्ड फिक्स कर देते हैं, तो आप अनस्किल्ड लेबर को बाद में स्किल्ड कर सकते हैं.

कितना बड़ा है मार्केट और कितनी होगी कमाई?

एक स्टडी के मुताबिक भारत में आइसक्रीम का मार्केट साइज 2026 तक करीब 44000 करोड़ रुपए का होगा. आप सबसे छोटे लेवल पर महज 5 से 10 लाख रुपए की लागत से ये कारोबार शुरू कर सकते हैं. वहीं बाद में इसे स्केलअप कर सकते हैं. शुरुआत में इस बिजनेस से 60,000 रुपए महीने तक प्रॉफिट बनता है, जो बाद में आपके स्केल के हिसाब से बढ़ता जाता है.

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