इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हैक किए जाने के एलन मस्क के बयान के बाद सत्तारूढ़ और विपक्षी पार्टियों में घमासान मच गया है. एलन मस्क के बयान के बाद केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर और एलन मस्क के बीच वाकयुद्ध चल रहा है. इस वाकयुद्ध में राहुल गांधी के बाद से विपक्षी पार्टियों के नेता लगातार टिप्पणी कर रहे हैं. अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एलन मस्क के बयान पर टिप्पणी की है. अखिलेश यादव ने सोशल साइट्स एक्स पर ट्वीट किया कि टेक्नॉलजी किसी भी समस्याओं को दूर करने के लिए होती है, अगर वही मुश्किलों को पैदा करे तो उसका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए.
उन्होंने लिखा कि आज जब विश्व के कई चुनावों में EVM को लेकर गड़बड़ी की आशंका जाहिर की जा रही है और दुनिया के जाने-माने टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स EVM में हेराफेरी के खतरे की ओर खुलेआम लिख रहे हैं, तो फिर EVM के इस्तेमाल की जिद के पीछे की वजह क्या है, ये बात भाजपाई साफ करें. उन्होंने कहा कि आगामी सभी चुनाव बैलेट पेपर (मतपत्र) से कराने की अपनी मांग को हम फिर दोहराते हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को भारत में ईवीएम को “ब्लैक बॉक्स” करार दिया और एक समाचार रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसने मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट के परिणाम पर हंगामा मचा दिया है. बता दें कि लोकसभा से पहले ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर सवाल उठते रहे हैं. इसे लेकर विपक्षी पार्टियों ने सवाल उठाया था. उस समय चुनाव आयोग ने कहा था कि कोई भी ईवीएम की जांच कर सकता है.
इस बीच, सेना यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि आश्चर्यजनक रूप से पूरी तरह से समझौता करने वाले चुनाव आयोग ने मतगणना केंद्र के सीसीटीवी फुटेज को साझा करने से इनकार कर दिया है.
भारत में ईवीएम पर फिर शुरू हुई बहस
इस बीच, एलन मस्क ने ईवीएम की सुरक्षा पर सवाल उठाकर बहस छेड़ दी. उन्होंने लिखा कि हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को खत्म कर देना चाहिए. इस पर भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने दावा किया कि ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित है. इस पर हालांकि मस्क ने अपनी चिंताओं को दोहराते हुए कहा कि यहां कुछ भी हैक हो सकता है.
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