7 अक्टूबर को हमास और फिलिस्तीन के बीच शुरू हुआ युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस युद्ध में जहां एक तरफ हजारों लोगों की अब तक मौत हो गई है. वहीं दूसरी तरफ तबाही का ऐसा मंजर है कि जो लोग जिंदा बचे हैं उनके लिए भी जीवित रह पाना मुश्किल बनता जा रहा है. युद्ध के हालातों में घर खाक हो चुके हैं, खाने-पीने की चीजें लोगों तक नहीं पहुंच पा रही है, जिसके चलते बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक भूखे मरने को बेबस है.
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) (The United Nations Relief and Works Agency for Palestine Refugees) ने हाल ही में जानकारी दी कि लगातार जंग के हालातों के चलते गाजा में 50 हजार से ज्यादा बच्चे गंभीर कुपोषण का सामना कर रहे हैं, बच्चों की हालत इतनी खराब है कि इन 50 हजार बच्चों को तत्काल इलाज की जरूरत है.
UNRWA ने क्या कहा
UNRWAने शनिवार को कहा, गाजा में किसी भी तरह की मानवीय पहुंच (खाने-पीने का सामान) मानवीय सामान की पहुंच पर प्रतिबंध लगा हुआ है, जिसके चलते गाजा में लोगों को भूख के गंभीर स्तर का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि यूएनआरडब्ल्यूए की टीमें लोगों तक सहायता पहुंचाने की लगातार कोशिश कर रही हैं, लेकिन हालात काफी भयानक है.
सहायता कर्मी मारे गए
संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय बाल आपातकालीन कोष, यूनिसेफ (The United Nations International Children’s Emergency Fund) के प्रवक्ता जेम्स एल्डर ने गाजा में भुखमरी की जानकारी देते हुए यह भी बताया कि गाजा में सहायता पहुंचाना कितना मुश्किल है. उन्होंन बताया, “यूएन के बनने के बाद से ही दुनिया में हुए किसी भी युद्ध की तुलना में इस युद्ध में सबसे ज्यादा तादाद में सहायता कर्मी मारे गए हैं.”
सहायता ट्रक को रोका गया
यूनिसेफ के प्रवक्ता एल्डर ने कहा, इस युद्ध के चलते लगातार यूनिसेफ गाजा में मदद पहुंचाने की कोशिश कर रहा है, खाना-पानी पहुंचाने की जद्दोजहद कर रहा है और इसी के चलते बुधवार को यूनिसेफ का 10 हजार बच्चों के लिए खाने से भरा ट्रक चलाने का मिशन था. जिसका मकसद देश में सहायता पहुंचाना था, लेकिन वो सहायता ट्रक गाजा तक नहीं पहुंचा.
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