एक वक्त था जब अपनों ने नहीं खोले दरवाजे… इशारों में किसे आइना दिखा गए चिराग पासवान?

लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद लोक जनशक्ति (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान के सितारे बुलंदी पर हैं. लोकसभा चुनाव में पार्टी ने चिराग पासवान के नेतृत्व में सभी पांच सीटें जीतकर शानदार कामयाबी हासिल की है तो वहीं मोदी 3.0 में चिराग को कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया है. दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में लोक जनशक्ति (रामविलास) पार्टी की ओर से सभी सांसदों के स्वागत का कार्यक्रम रखा गया था. इस कार्यक्रम में चिराग पासवान ने एक ओर जहां नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आभार जताया, वहीं विरोधियों पर जमकर बरसे.

चिराग पासवान ने बिना नाम लिए चाचा पशुपति पारस पर निशाना साधते हुए कहा कि एक वो वक्त था, जब अपनों ने दरवाजा तक नहीं खोला था. हम घंटों खड़े रहे थे. लेकिन आज आप लोगों के आशीर्वाद से चिराग पासवान उसी कुर्सी पर बैठा है.

नेताओं-कार्यकर्ताओं को चिराग ने दिया मंत्र

चिराग ने कहा कि पार्टी का सिंबल, पार्टी का नाम और पार्टी का कार्यालय तक छीन लिया गया. फिर भी खून-पसीने से सींच कर पार्टी को सबने यहां तक लाया है. रामविलास पासवान ने पार्टी की नींव रखी और फिर पार्टी को आगे बढ़ाया, लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव में विपरीत परिस्थितियों में काम हुआ. कई विरोधी घात लगाए बैठे थे.

उन लोगों ने पूरी ताकत झोंकी और कुछ अपने भी थे, जिसने भीतरघात किया. लेकिन, सभी लोग ये भूल गए थे कि ये पार्टी राम विलास पासवान की है. वे भूल गए थे कि इस बार भी उस पार्टी का नेतृत्व उन्हीं शेर का बेटा कर रहा है.

पार्टी के संगठन को मजबूत करने पर जोर

चिराग पासवान ने कहा कि भारत में कभी नहीं हुआ कि एक सांसद वाली पार्टी को पांच सीटें मिलीं हों. हमने पीएम मोदी की झोली में सभी पांच सीटें डाल दीं. सफलता के बाद विनम्रता भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि हम खुद पर तो गर्व करें, लेकिन अहंकार कभी नहीं करें. जिसने अहंकार किया, उसका पतन हमने देखा. सबने अपने कर्म का फल देखा.

चिराग ने आगे कहा कि अभी लोकसभा का चुनाव एक पड़ाव है, आगे बिहार में विधान सभा का चुनाव आने वाले हैं. इसके लिए हम सबको अभी से तैयारियों में लगना पड़ेगा। इसके लिए संगठन का विस्तार किया जाएगा.

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