राजस्थान के भरतपुर में एक शख्स जनसुनवाई केंद्र के बाहर मिट्टी में अपनी शरीर को गाड़ पर प्रदर्शन करने लगा. शख्स ने इस दौरान अपना मुंह छोड़कर पूरा शरीर मिट्टी के अंदर दबा लिया था. शख्स के पिता सीआरपीएफ में थे और उनकी ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी. जिसके बाद से युवक अनुकंपा नियुक्ति की मांग कर रहा है और लगातार अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट रहा है. कई प्रयासों के बाद भी कुछ प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी है.
कुम्हेर थाना क्षेत्र के पेंगौर गांव में 23 साल का युवक राधेश्याम के पिता सीआरपीएफ में कांस्टेबल के पद पर सेवाएं दे रहे थे. उनकी ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी. उस समय राधेश्याम की उम्र महज 3 महीने थी. जब राधेश्याम की उम्र 18 साल हो गई तो उसने अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन दिया है. इस दौरान राधे श्याम का मेडिकल हुआ लेकिन वह मेडिकल में अनफिट हो गया. इसके बाद राधेश्याम ने राजस्थान सरकार को लेटर लिखा.
कहीं से नहीं मिल रही मदद
युवक लगातार अपनी मांग को लेकर सरकारी अधिकारियों से मिल रहा है लेकिन उसे अभी तक किसी भी स्तर पर सहायता देने का आश्वासन नहीं दिया गया है. राधेश्याम नेताओं और अधिकारियों के चक्कर काट-काट कर परेशान हो गया है. उसका कहना है कि उसने पिछली सरकार के दौरान भी आवेदन दिया था लेकिन कुछ नहीं हुआ, वहीं उसने इस बार भी आवेदन दिया है लेकिन यह सरकार भी उसकी सुनवाई नहीं कर रही.
रोष में पहुंचा जनसुनवाई में
राधेश्याम को जब कुछ भी नहीं सूझा तो उसने सीएम के जनसुनवाई कार्यालय पहुंच गया और वहां पर मिट्टी के अंदर समाधि ले ली. इस दौरान युवक ने सिर्फ अपने सिर और हाथों को बाहर रखा बाकी शरीर जमीन में धंसा लिया. राधेश्याम ने बताया कि उसकी पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं है और उसके ऊपर घर की सारी जिम्मेदारियां हैं. वह अकेला ही लड़का है घर में इसलिए उसे इस नौकरी की सख्त जरूरत है.
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