बिहार में छपरा शहर के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में वकील पिता-पुत्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मृतक की पहचान राम अयोध्या प्रसाद (75) और उनके पुत्र सुनील यादव (27) के रूप में हुई हैं. मुफ्फसिल थाना के तहत आने वाले घोष कॉलोनी में बुधवार को हुए हत्याकांड के पीछे की वजह जमीन को लेकर विवाद बताया जा रहा है. गोली लगने के बाद स्थानीय लोगों के द्वारा दोनों को नजदीकी अस्पाताल ले जाया गया, जहां ईलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई. पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की. पुलिस ने इस मामले में मेथवलिया के रहने वाले दो आरोपियों, काली राय और जगदीप राय को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने वकील पिता और पुत्र की हत्या के पीछे जमीन विवाद को कारण बताया है. पुलिन ने बताया कि मामले में फिलहाल दो आरोपियों की ही गिरफ्तारी हुई है. बाकि आरोपियों की तालाश जारी है. मृतक के परिवार ने पुलिस को बताया कि दोनों मृतक वकील थे.
हत्या मामलें में पुलिस ने क्या कहा?
सारण पुलिस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि पुलिस को सूचना मिली कि सुबह घोष कॉलोनी के पास कुछ हथियारबंद हमलावरों ने राम अयोध्या प्रसाद यादव और उनके बेटे सुनील यादव को गोली मार दी है. पुलिस मौके पर पहुंचती, इससे पहले आरोपी वहां से फरार हो चुके थे. पुलिस के आने से पहले स्थानीय लोगों ने पिता-पुत्र को अस्पताल पहुंचा दिया था. हालांकि, वहां पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने कहा कि अन्य दो आरोपियों की तलाश जारी है.
रोहिणी आचार्य ने साधा बीजेपी पर निशाना
इस मामले को लेकर विपक्ष ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है. राष्ट्रीय जनता दल की नेता और लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने इस घटना को चौंकाने वाला बताया और कहा कि सांसद राजीव प्रताप रूडी को जिले में हो रही इस तरह की आपरधिक घटनाओं पर चुप्पी तोड़नी चाहिए. रोहिणी आचार्य ने रूडी से पूछा कि घटना पर चुप क्यों हैं? वह सारण जिले में बिगड़ती कानून व्यवस्था के बारें में क्यों कुछ नहीं कह रहे हैं? हाल ही संसदीय चुनाव संपन्न हुए हैं जिसमें भाजपा के राजीव प्रताप रूडी ने रोहिणी आचार्य को करीबी अंतर से हराया है.
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