धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा में महिलाओं की गैंग ने उठाया भीड़ का फायदा, गले से झपटे मंगलसूत्र और चेन

युवक की मौत के मामले को लेकर जहां बागेश्वर धाम के आयोजन पर ग्रहण लग चुका है, वही कलश यात्रा में महिलाओं के साथ हुई चेन स्नेचिंग ने इस आयोजन पर सवालियां निशान लगा दिए है। शुक्रवार को प्रख्यात कथावाचक पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की नरसिंहपुर के नवलगांव हनुमंत कथा का आयोजन में कलश यात्रा से प्रारंभ हुआ।

लेकिन कथा के पहले ही दिन आयोजन स्थल पर पहुंची महिलाएं चैन स्नेचरों का शिकार हो गई, इस दौरान भीड़ में शामिल झपटमार महिलाओं ने श्रद्धालु महिलाओं के गले में पड़े हुए मंगलसूत्र और सोने की चैन पर जमकर हाथ साफ किये।

हालत ये रही, कि समूचे कथा स्थल पर महिलाओं की चीख पुकार मच गई, हर तरफ महिलाएं अपने कीमती गहनों के गले से गायब होने पर चींखती चिल्लाती नजर आई, बावजूद इसके लगातार स्नेचिंग की घटना को अंजाम दिया जाता रहा।

हालात ये हो गए थे, कि आयोजन के लिए नियुक्त किए गए सह थाना कोतवाली में ही तीस से अधिक महिलाओं ने कलश यात्रा में अपने जेवर चोरी किए जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। वही स्टेशनगंज थाने में भी स्नेचिंग के मामले सामने आए है।

 

सुरक्षा व्यवस्था पर लगे सवालिया निशान

 

 

बागेश्वर धाम पं धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की हनुमंत कथा के आयोजन को लेकर पुलिस द्वारा पूर्व से ही पर्याप्त इंतजाम किये गए थे, लेकिन ये इंतजाम महिलाओं की आई भारी भीड़ के आगे बौने साबित हो गए, वही महिलाओं के अनुसार आयोजन पूरी तरह से अव्यवस्थित रहा। महिलाओं का कहना था, कि मौके से पुलिस पूरी तरह से नदारद रही वहीं आयोजकों के द्वारा भी व्यवस्था बनाने के लिए कोई भी नहीं था।

 

 

सीसीटीवी कैमरे नहीं, दो मिनट के लिए उड़ा ड्रोन

 

 

महिलाओं ने अपने साथ हुई स्नेचिंग की घटना के बारे में विस्तार से बताया, कि कलश लेने के दौरान ही भीड़ में शामिल महिलाओं द्वारा इस कार्य को अंजाम दिया गया है। सबसे पहले तो इनके द्वारा धक्का मुक्की की गई, जिसके चलते भीड़ में अव्यवस्था फैल गई, कई महिलाएं अनियंत्रित होकर जमीन पर गिर गई, जिसके चलते वह घायल हो गई, इसी स्थिति का फायदा चोरी करने वाली महिलाओं ने जमकर उठाया और उनके मंगलसूत्र सहित सोने की चैन व अन्य ज्वेलरी पर हाथ साफ कर दिया।

 

वहीं सीसीटीवी कैमरे के विषय में पूछने पर रजनी तिवारी ने बताया, कि आयोजन स्थल में सीसीटीवी कैमरे नहीं थे, केवल दो मिनट के लिए ड्रोन कैमरा उड़ाया गया, लेकिन जब कलश बांटे जा रहे थे, उस दौरान ड्रोन कैमरा नहीं दिखा, वे कहती है, कि अगर ड्रोन कैमरा होता तो निश्चित रूप से इस बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम देने वाली महिलाएं कैमरें में कैद हो जाती।

 

 

 

ले गए सोने की ज्वेलरी अन्य धातु के जेवर फेंक दिए

 

स्नेचिंग की वारदात को अंजाम देने के बाद कार्यक्रम स्थल पर जगह-जगह सोने के अलावा अन्य धातुओं से निर्मित जेवर पड़े देखे गए, जिन्हें स्नेचर महिलाओें द्वारा चुराया तो गया, लेकिन सोना न होने की तस्दीक के बाद उसे मैदान में ही फेंक दिया गया।

 

जिसके बाद यह आशंका व्यक्त की जा रही है, कि इस आयोजन की जहां श्रद्धालु तैयारियां कर रहे थे, वही धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को सुनने आने वाली महिलाओं की भीड़ को ध्यान में रखकर महिलाओं के गिरोह ने भी अपनी पूरी तैयारी कर ली थी और योजनाबद्ध तरीके से धक्का मारकर उन्होंने वारदात को अंजाम दिया। इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है, कि इस वारदात में पुरुषों ने भी महिलाओं का सहयोग किया होगा।

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