बीना में नगर पालिका अध्यक्ष को नहीं मिला अस्पताल में इलाज, फूट-फूटकर रोईं

गुरुवार रात्रि में बीना नगर पालिका अध्यक्ष की अचानक तबियत बिगड़ गईं। वह उपचार के लिए अस्पताल पहुंचीं, जहां उन्हें समय पर उपचार नहीं मिला। इसके बाद वह फूट-फूट कर रोईं और अधिकारियों के सामने अपनी परेशानी बतलाई।

रात्रि 9:00 बजे के आसपास नगर पालिका अध्यक्ष लता सकवार के पेट में दर्द शुरू हुआ। वह उपचार के लिए 10:00 के लगभग सरकारी अस्पताल पहुंची। जहां उन्हें ड्यूटी पर कोई डाक्टर मौजूद नहीं मिला। उन्होंने इसकी पीड़ा उपस्थित स्टाफ के सामने व्यक्त की। जिस पर एक व्यक्ति उनके सामने आया और स्वयं को डाक्टर बताते हुए उसने उनके लिए दवा लिखी। जब नगर पालिका अध्यक्ष ने उससे पूछा कि तुम कौन, नाम क्या है। तब उस व्यक्ति ने उनसे कहा कि आप कौन, मैं नहीं जानता आप कौन हैं। बात बढ़ी और दोनों के बीच बहस होने लगी।

 

 

 

 

एसडीएम से की शिकायत

 

 

इसके बाद नगर पालिका अध्यक्ष ने एसडीएम देवेंद्र प्रताप सिंह को फोन लगाया और अस्पताल में चिकित्सकों के न होने की शिकायत की। थोड़ी देर बाद ड्यूटी पर मौजूद डाक्टर अभिषेक मिश्रा वापस आए और उन्होंने नगर पालिका अध्यक्ष को दवा लिखी। उनका ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ था। उपचार के दौरान वह रो पड़ीं। उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल में मरीजों के साथ सही व्यवहार नहीं होता।

 

पार्षद भी पहुंचे अस्पताल

 

 

वहीं ड्यूटी डाक्टर अभिषेक मिश्रा ने कहा कि मैं उन्हें शुरुआत में ही दवा लिख दी थी, लेकिन वह मानने को तैयार ही नहीं थीं। मामले में देर रात तक शहर के पार्षद का अन्य लोग एकत्रित हो गए और नगर पालिका अध्यक्ष को उपचार के लिए प्राइवेट अस्पताल ले गए।

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