झोले वाली सरकार का जाना तय… ओडिशा में नवीन पटनायक पर गरजे अमित शाह

लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मंगलवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के गढ़ में रैली करने पहुंचे. भद्रक में जनसभा के दौरान अमित शाह ने राज्य की बीजेडी सरकार पर बड़ा हमला किया है. अमित शाह ने कहा कि 4 जून को नवीन पटनायक सरकार की विदाई का दिन तय हो चुका है. उन्होंने दावा किया कि इस दिन नवीन बाबू वर्तमान मुख्यमंत्री से भूतपूर्व मुख्यमंत्री बन जाएंगे. इसी के साथ उन्होंने कहा कि ओडिशा का नया मुख्यमंत्री राज्य की भाषा और संस्कृति से प्रेम करने वाला शख्स होगा, युवा और भगवान जगन्नाथ का भक्त होगा.

अमित शाह ने कहा कि जैसे ही यहां हमारी सरकार बनेगी, हम ओडिशा में इंडस्ट्री लगाना शुरू करेंगे. ऐसा ओडिशा बनाएंगे कि युवाओं को पलायन नहीं करनोे की नौबत नहीं आएगी. उन्होंने कहा कि ओडिशा ने अपने स्वाभिमान के लिए सम्राट अशोक के साथ युद्ध किया था, लेकिन आज ओड़ियावासियों का हाल बेहाल है.

‘नवीन पटनायक की वजह से राज्य के लोग गरीब’

अमित शाह ने कहा कि ओडिशा देश के समृद्ध प्रदेशों में से है लेकिन नवीन पटनायक सरकार की नीतियों की वजह से ओडिशा के लोग तबाह हो गए. उन्होंने कहा कि प्रदेश के लाखों लोगों को आज दूसरे राज्यों में नौकरी और रोजगार के लिए पलायन करना पड़ता है.

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 80 करोड़ गरीब परिवारों की चिंता करने वाले ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने 12 करोड़ टॉयलेट और 4 करोड़ लोगों को पक्का घर दिया है. उन्होंने कहा कि मोदी जी की सरकार चावल वाली सरकार है जबकि नवीन पटनायक की सरकार झोले वाली सरकार है.

‘रत्न भंडार की जांच रिपार्ट सार्वजनिक करेंगे’

अमित शाह ने इस दौरान भगवान जगन्नाथ के रत्न भंडार मुद्दा उठाते हुए एक बार फिर नवीन पटनायक सरकार पर हमला किया है. उन्होंने सरकार से सवाल पूछा कि रत्न भंडार की ओरिजनल चाबियां कहां हैं? रत्न भंडार की जांच रिपार्ट सार्वजनिक क्यों नहीं की गई? अमित शाह ने सरकार पर निशाना साधा कि बीजेडी सरकार आखिर किसको बचाने का प्रयास कर रही है?

रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने ये भी कहा कि ओडिशा में हमारी पार्टी की सरकार बनते ही एक महीने के भीतर रत्न भंडार की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक कर देंगे.

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