मध्य प्रदेश में एक बार फिर से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. सीधी कांड के बाद अब गुना के एक युवक को अमानवीय सजा दी है. बंजारा समुदाय के एक युवक के मुंह पर कालिख पोत कर उसे जूते की माला पहनाई. उसका मुंडन किया गया, महिलाओं के पकड़े पहनाकर उसे पूरे गांव में घुमाया. इतने से मन नहीं भरा तो आरोपियों ने उसे पेड़ से बांधकर पीटा. पीड़ित युवक का यह भी आरोप है कि उसे पेशाब पिलाया गया.
पीड़ित युवक आरोपियों के चंगुल से छूटकर जब पुलिस के पास पहुंचा तो उसे वहां से टरका दिया. उसने जिले के एसपी से शिकायत की. मामला गंभीर देख एसपी ने मुकदमा दर्ज कराने के आदेश संबंधित थाना पुलिस को दिए. आरोपियों को पकड़ने के लिए तीन थानों की पुलिस टीम का गठन किया गया है. जिन आरोपियों ने युवक के साथ रौंगटे खड़े कर देने वाला उत्पीड़न किया वह उसके रिश्तेदार हैं. पीड़ित के मुताबिक उसके साथ मारपीट की यह वारदात राजस्थान के बांरा जिले में अंजाम दी गई. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.
युवक के साथ की हद दर्ज की हैवानियत
गुना के मावन टंकी निवासी पीड़ित महेन्द्र सिंह खेतों में घूरा (देसी खाद) फेंकने का काम करता है. उसने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में बताया कि बीते बुधवार को वह सेन बोर्ड चौराहे के पास पेट्रोल पंप पर था. वहां से नामजद 10-12 आरोपी उसे जबरन अपने साथ उठाकर ले गए. आरोपी उसे किडनैप कर पाटन, राजस्थान के झालावड़, अटरू पर घुमाते रहे. रास्ते में उसे बंधक बनाकर पीटा गया. गंजा कर उसके मुंह पर कालिख पोती गई. महिलाओं का घाघरा पहनाकर उसे पूरे गाने में घुमाया गया. पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों ने उसे पेशाब भी पिलाया. आरोपियों ने इस घटना का वीडियो भी बनाए.
यह थी उत्पीड़न करने की वजह
पीड़ित के परिजनों के मुताबिक, महेंद्र की चचेरी बहन की शादी आरोपी पक्ष के रमेश से हुई थी. वह और उसके परिजन उसकी चचेरी बहन को पीटते थे. इसकी वजह से वह रमेश को छोड़कर चली गई. इस बात से गुस्साए आरोपी महेंद्र को अगवा कर ले गए. पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने उससे 25 लाख रुपये मांगे. 20 लाख रुपये देने का वायदा कर वह आरोपियों के चंगुल से छूट पाया. पीड़ित का आरोप है कि उसने पूरी घटना की शिकायत धरनावदा पुलिस से की लेकिन वहां उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई. एसपी के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पीड़ित ने न्याय न मिलने पर आत्महत्या करने की धमकी दी है.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.