शिवपुरी। करैरा थानांतर्गत कस्बे में एक फर्नीचर व्यवसायी के यहां हुई चोरी का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। चोरी की वारदात को व्यवसायी के विश्वास पात्र नौकर ने ही अंजाम दिया था। नौकर ने चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने चोरी गया पूरा माल बरामद कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि करैरा कस्बे में शासकीय महाविद्यालय के सामने निवासरत विकास फर्नीचर के नाम से फर्नीचर व इलैक्ट्रानिक्स का व्यवसाय करने वाले विकास गुप्ता पुत्र गणेशदत्त नगरिया 25 तारीख की रात अपने पूरे परिवार के साथ होटल हवेली में आयोजित किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए थे।
पूरा परिवार रात नौ बजे घर पर ताला लगाकर एक होटल में आयोजित किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए थे। जब वह रात को साढ़े दस बजे लौटकर घर पहुंचे तो उनके घर में चोरी हो चुकी थी। इस वारदात में 15 लाख 40 हजार 300 रुपये नगद के अलावा सोने के एक जोड़ बिछुआ, सोने की चूड़ी तीन, सोने के कंगन दो, सोने का एक लांग हार, सोने का छोटा हार एक, डायमंड हार एक, डायमंड के कान के एकजोड़, कान के गोल्ड के एक जोड़, सोने की अंगूठी दो, हीरे की अंगूठी एक, चांदी के सिक्के चार, पायल बिछुआ पांच जोड़, चोरी हुए हैं।
पुलिस ने चोरी की इस घटना की जब पड़ताल शुरू की तो घटना का मास्टर माइंड उन्हीं की दुकान का सबसे विश्वास पात्र 12 साल पुराना नौकर सैफ अली उर्फ डबोले उर्फ सैफाली पुत्र फिरोज खांन उम्र 26 बर्ष नि. काजी मोहल्ला करैरा निकला। सैफ अली ने चोरी की घटना स्वीकार करते हुए चोरी किया हुआ माल पुलिस के सुपुर्द कर दिय। चोरी की इस घटना को उसने महज इसलिए अंजाम दिया ताकि वह अपनी बिजावर छतरपुर निवासी अपनी प्रेमिका के साथ शादी करके सुखी जीवन व्यतीत कर सके। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
चोरी का माल खंडहर से किया बरामद
सैफ चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद उस सामान को लेकर अपने घर भी नहीं जा सकता था, क्योंकि घर पर अगर किसी को इस घटना की जानकारी लग जाती तो वह उसे काफी डांटते और पूरा सामान सेठ को वापिस करवा देते। ऐसे में चोर ने चोरी का सामान एक काले बैग में भरकर अपने घर के पास ही एक खंडहर में छिपा दिया था। पुलिस ने सैफ की निशानदेही पर चोरी का पूरा सामान उक्त खंडहर से बरामद कर लिया।
मालिक के कहने के बाबजूद नहीं गया खाना खाने
सैफ अपने मालिक विकास गुप्ता के घर का इतना विश्वास पात्र नौकर था कि जब पूरा परिवार खाना खाने के लिए होटल जा रहा था तो उन्होंने सैफ को यहां तक कहा कि वह खाना खाने के लिए उनके साथ होटल चले, परंतु सैफ ने उनके साथ जाने से मना कर दिया।
इसके बाद कुछ पैसे मांगने के बहाने पहले विकास को और फिर उसके छोटे भाई को फोन लगाकर इस बात को पुख्ता किया कि उन्हें आने में कितना समय लगेगा। सैफ का विकास के घर आना जाना था, इसलिए उसे यह भी पता था कि पैसा और जेवर घर में कहां रखा हुआ है।
इसी के चलते उसने पिन पाइंट स्थान पर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। सैफ चूंकि पिछले कई सालों से अलमारी का काम करता है, ऐसे में उसे अलमारी के लाक खोलने में महारत हासिल है। इसी कारण उसने पलक झपकते ही आकांक्षा की अलमारी का लाक खोलकर चोरी की वारदात को अंजाम दे दिया।
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