क्या मध्य प्रदेश में दलित होना गुनाह है? सागर में दलित युवती की रहस्यमयी मौत के बाद प्रियंका गांधी, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने उठाए सवाल
भोपाल: मध्यप्रदेश के सागर जिले के ग्राम बरोदिया नोनागिर में दलित युवती की रहस्यमयी मौत के बाद सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व सीएम कमलनाथ एवं कांग्रेस महासचिव ने सीएम मोहन यादव सरकार पर हमला किया है। प्रियंका गांधी ने दलित युवती की एंबुलेंस से गिरकर हुई मौत पर अब पीएम मोदी पर निशाना साथा है। पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने सरकार को घेरा है। दिग्विजय सिंह ने सागर एसपी को हटाने की मांग की है, वहीं कमलनाथ ने सवाल किया है कि क्या मध्य प्रदेश में दलित होना गुनाह हो गया है।
प्रियंका गांधी का आरोप- दलित परिवार पर दवाब बना रहे थे आरोपी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि मध्य प्रदेश में BJP का जंगलराज पहले एक दलित लड़की का यौन उत्पीड़न किया गया, फिर दलित युवती से समझौते का दबाव बनाने लगे। उनका आरोप है कि परिवार राजी नहीं हुआ तो पीड़िता के भाई को पीट-पीटकर मार डाल गया। इसके बाद उसके चाचा को बुलाया गया, लेकिन उसकी भी हत्या कर दी गई और अब खबर है कि चाचा की लाश को एंबुलेंस में लेकर गांव आ रही दलित लड़की की एंबुलेंस से गिरकर मौत हो गई। BJP नेताओं पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा कि, सालभर में दो हत्या व दलित लड़की की मौत संदिग्ध है।
प्रियंका गांधी का पीएम मोदी से सवाल- आप तक ये खबर पहुंची?
प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी, आप तक ये खबर पहुंची? जंगलराज में सरेआम कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, बेटियों का उत्पीड़न हो रहा है और समझौता न करने पर हत्या हो रही हैं। आपने देश को बेटियों के लिए सबसे ज्यादा असुरक्षित बना दिया है और आप इस बार भी दरिंदों के साथ खड़े होंगे?
कमलनाथ का ट्वीट
पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक्स पर लिखा- मैं यह सुनकर स्तब्ध हूँ कि किस तरह 9 महीने के भीतर एक दलित बेटी की छेड़छाड़ की शिकायत पर पहले उसके भाई की हत्या, फिर उसके चाचा की हत्या और फिर संदिग्ध परिस्थितियों में उस बेटी की भी मौत हो गई।
पीड़िता के भाई की हत्या के बाद प्रशासन ने पीडिता को नौकरी और सुरक्षा समेत कई आश्वासन दिये थे, उनमें से कुछ भी पूरे नहीं किये गये। अंजना को नौकरी नहीं मिली, घर से सुरक्षा हटा दी गई, सीसीटीवी के केबल काट दिये गये। राजीनामा के लिये बार बार दबाव बनाया गया। पीड़ित बेटी ने थाने में शिकायत भी की परन्तु कोई कार्रवाई नहीं की गई।
क्या मध्यप्रदेश में अब दलित होना गुनाह हो गया है ? क्या एक पूरे दलित परिवार को ख़त्म करने वाले बीजेपी संरक्षित आरोपियों को सजा मिलेगी ? क्या मुख्यमंत्री इस परिवार के बचे हुए सदस्यों का जीवित बचना सुरक्षित करेंगे ?
दिग्विजय सिंह ने की सागर एसपी को हटाने की मांग
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने दलित युवती की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत के बाद सागर जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग की। दिग्विजय सिंह अंजना अहिरवार के परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए बरोदिया नोनागिर गांव पहुंचे, जिनकी रविवार को अपने चाचा का शव ले जा रही एम्बुलेंस से गिरने के बाद मौत हो गई थी। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं किसी के घर पर बुलडोजर चलाने के हक में नहीं हूं।
बता दें कि सागर जिले के ग्राम बरोदिया नोनागिर में दलित युवती अंजना अहिरवार की छेड़छाड़ की शिकायत से नाराज गुंडों ने युवती के भाई नितिन अहिरवार की पिछले साल अगस्त महीने में हत्या कर दी थी। हत्या में बीजेपी नेताओं की संलिप्तता सामने आई थी। आरोप है कि हत्या के बाद पीड़ित परिवार पर समझौते के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन पीड़ित परिवार समझौते के लिए तैयार नहीं हुआ तो दो दिन पूर्व पीड़िता के चाचा राजेंद्र अहिरवार की भी हत्या कर दी गई। सोमवार को जब पीड़ित युवती के चाचा का पोस्टमार्टम कराकर शव को वापस ले जाया जा रहा था, तब रास्ते में पीड़िता अंजना अहिरवार संदिग्ध परिस्थितियों में एंबुलेंस से गिर गई और उसकी भी मृत्यु हो गई।
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