हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी का मदद करने वाला नागपुर में गिरफ्तार, पुलिस की कार्रवाई पर रही नजर

जबलपुर। राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे खजरी खिरिया बाइपास में फरार 30 हजार का इनामी हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी कबाड़खाने में विस्फोट के बाद सीधे नागपुर की तरफ भाग गया था। वहां उसने परिचित कबाड़ी नागपुर निवासी करीम सत्तार पटेल से 50 हजार रुपये लिए थे। इतना ही नहीं वह वहां होटल में रुका। नागपुर से ही उसने जबलपुर में चल रही पुलिस की कार्रवाई पर नजर रखी। इसके लिए लगातार इंटरनेट मीडिया और समाचार पत्रों से देखता रहा। बाद में वहां से भाग निकला। मामले में गिरफ्तार किए गए करीम को अधारताल पुलिस ने रविवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं मंसूर अशरफी से पूछताछ की जा रही है।

दूसरे दिन कार्रवाई पूरी

 

इधर कबाड़खाने में बने इमारत को ध्वस्त करने की कार्रवाई रविवार को पूरी कर ली गई। पुलिस टीम प्रशासन और ननिज की टीम के साथ सुबह ही वहां पहुंच गई थी। जिसके बाद दो मंजिला इमारत को गिराने की कार्रवाई की गई। यह कार्रवाई सुबह 11 बजे पूरी कर ली गई। इस इमारत को गिराने के लिए शनिवार से पुलिस ने कार्रवाई शुरू की थी।

 

यह है मामला

राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे हिस्ट्रीशीटर गुंडे शमीम कबाड़ी के कारखाने में 25 अप्रेल को विस्फोट हुआ था। विस्फोट इतना खतरनाक था कि लगभग आठ से दस हजार वर्गफीट में फैला पूरा कबाडख़ाना ढ़ह गया। वहीं विस्फोट की गूंज पांच से छह किलोमीटर तक के इलाके में सुनाई दी थी। आशंका है कि स्क्रेप में जिंदा बम के फटने से घटना हुई। घटना में दो मजदूर गौर निवासी भोलाराम और आनंद नगर निवासी खलील लापता हो गए थे। हाल ही में मिली डीएनए रिपोर्ट में विस्फोट में खलील की मौत की पुष्टी हुई। वहीं भोला की गुमशुदगी दर्ज की गई है। मामले में अधारताल पुलिस ने शमीम उसके बेटे फहीम और पार्टनर सुल्तान पर विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया। शमीम फरार है और उस पर 30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।

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