झारखंड की उप राजधानी दुमका से एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई. यहां एक कार चालक कार के साथ ही जिंदा जल गया. कार और कार चालक व्यक्ति दोनों पूरी तरह से जलकर खाक हो गए हैं. इस हादसे के बाद से कार चालक के परिवार और आस-पास के लोगों में हड़कंप मचा हुआ है. सुनियोजित षड्यंत्र के तहत चालक को कार के अंदर बंद कर जिंदा जलाया गया या फिर ये घटना हादसे की वजह से हुई है यह स्पष्ट नहीं हो पाया है.
घटना के विभिन्न पहलुओं को लेकर झारखंड के दुमका जिले के जरमुंडी थाने की पुलिस जांच में जुटी हुई है. स्कॉर्पियो कार समेत जिंदा जलकर मरने वाले चालक की पहचान जरमुंडी थाना क्षेत्र के चंदना गांव के रहने वाले 55 साल के मोहन दास के रूप में हुई है. बता दें कि यह दर्दनाक घटना जरमुंडी थाना क्षेत्र के देवघर बासुकीनाथ मुख्य सड़क पर घटी है.
गांव के एक व्यक्ति की कार चलाते थे मृतक
मृतक चालक मोहन दास सरडीहा गांव के रहने वाले एक व्यक्ति की गाड़ी चलाया करते थे. मिली जानकारी के मुताबिक मृतक चालक मोहन दास दुमका जिले के ही रहने वाले एक परिवार को बुकिंग पर बुधवार को नोनीहाट यज्ञ मेला दिखलाने गए थे. देर रात परिवार को उनके गंतव्य तक छोड़ने के बाद वह अपने घर लौट रहे थे, हालांकि वह अपने घर पहुंचते इससे पहले ही स्कॉर्पियो कार समेत जिंदा जलकर उनकी मौत हो गयी.
गाड़ी में आखिर कैसे लगी आग?
गाड़ी में आग कैसे लगी, क्या वह किसी साजिश का शिकार हुई या किसी हादसे का यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. हालांकि इस हादसे के शिकार हुए मृतक चालक मोहन दास की पत्नी माधुरी देवी ने एक बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पहले उनके पति की हत्या की गई है फिर साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से उनकी लाश को गाड़ी में रखकर पेट्रोल या किसी ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाई गई है. हालांकि कार में आग कैसे लगी यह अबतक रहस्य बना हुआ है.
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