जुलाई से पीएचडी कोर्स वर्क की लगेंगी कक्षाएं, दस विषयों की आरएसी होना बाकी

इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के अध्ययनशालाओं में जुलाई से पीएचडी की नई बैच का कोर्स वर्क शुरू होगा। करीब पंद्रह विभागों ने शोध सलाहकार समिति (आरएसी) के अंतर्गत साक्षात्कार की प्रक्रिया खत्म कर ली। साथ ही चयनित उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी।

शेष विषयों की आरएसी लोकसभा चुनाव की वजह से होना बाकी है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने 15 जून तक साक्षात्कार की प्रक्रिया खत्म करने पर जोर दिया है। सूची जारी होते ही उम्मीदवारों को पंद्रह दिनों के भीतर फीस जमा करना है। ताकि जुलाई पहले सप्ताह से सभी विभागों में कोर्स वर्क की कक्षाएं लगाई जा सके।

चालीस विषयों में पीएचडी के लिए डाक्टरल एंट्रेंस टेस्ट (डीटीई) की परीक्षा 31 अक्टूबर 2023 में हुई। महीनेभर के भीतर रिजल्ट जारी किया है, जिसमें करीब 861 सीटों पर 1100 उम्मीदवारों का चयन किया गया। 500 जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) वाले उम्मीदवारों को सीधे आरएसी में मौका दिया गया।

फरवरी से आरएसी की बैठक विभाग करवाने में लगे है। कामर्स, मैनेजमेंट, विधि, होम साइंस, राजनीति शास्त्र, सोशलाजी सहित अन्य विषयों में पीएचडी के लिए उम्मीदवार चयनित हो चुकी है। इनकी सूची भी विभागों ने विश्वविद्यालय पोर्टल पर जारी कर दी है।

चुनाव के चलते दस विषयों में आरएसी नहीं हुई है, जिसमें संगीत व नृत्य, अर्थशास्त्र, सोशलाजी, शिक्षा, डाटा साइंस, इंस्ट्रूमेंटेंशन, बाटनी, जूलाजी विषय में आरएसी की तारीख तय नहीं हुई है। संभवत: अगले तीन से चार दिन में आरएसी का शेड्यूल बनाया जाएगा।

साक्षात्कार की प्रक्रिया दस से पंद्रह दिनों में विभाग पूरी कर सकते हैं। उसके बाद कोर्स वर्क के लिए चयनित उम्मीदवारों के नाम सावर्जनिक किए जाएंगे। अधिकारियों के मुताबिक विभागों को 15 जून तक आरएसी की प्रक्रिया खत्म करना है। उसके बाद जुलाई से संबंधित विषयों के कोर्स वर्क की कक्षाएं लगेंगे।

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