प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया. पीएम मोदी तीसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने 2014 में पहली बार यहां से किस्मत आजमाई थी और जीत हासिल की थी. 2019 में पीएम मोदी यहीं से लड़े और काशीवासियों ने उन्हें नाराज नहीं किया और लगातार दूसरी बार संसद भेजा.
सफेद कुर्ता-पायजामा और नीली सदरी पहने पीएम मोदी अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए वाराणसी जिलाधिकारी के कार्यालय (कलेक्ट्रेट) पहुंचे. इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे. पीएम मोदी ने नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले उनका स्वागत करने के लिए एकत्र भीड़ की ओर हाथ हिला कर उनका अभिवादन किया.
नामांकन के बाद पीएम मोदी ने पोस्ट कर कहा कि काशी के मेरे परिवारजनों का हृदय से आभार! वाराणसी से लगातार तीसरी बार नामांकन कर बेहद उत्साहित हूं. बीते 10 वर्षों में आप सबसे जो अद्भुत स्नेह और आशीर्वाद मिला है, उसने मुझे निरंतर सेवाभाव और पूरे संकल्प के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया है. आपके भरपूर समर्थन और सहभागिता से मैं अपने तीसरे टर्म में भी नई ऊर्जा-शक्ति के साथ यहां के चौतरफा विकास और जनता-जनार्दन के कल्याण में जुटा रहूंगा. जय बाबा विश्वनाथ!
नामांकन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में बीजेपी कार्यकर्ताओं समेत बनारस के प्रबुद्ध वर्ग के लोगों को संबोधित करते हुए कहा क पोलिंग बूथ लोकतंत्र का मंदिर है. मतदान का दिन उत्सव का दिन बनाना है. 10 बजे के पहले दिया जला कर, थाली बजा कर, घंटी बजा कर, भारत माता की जय बोलते हुए लोगों को मतदान केंद्र तक लाएं. कल श्रीनगर का मतदान लोकतंत्र की जीत है. अगर वहां ऐसा है तो देश का मतदान 100 प्रतिशत होना चाहिए. हर बूथ पर पहले से 370 वोट ज्यादा होना हमारा लक्ष्य होना चाहिए. मेरी जीत जरूरी नहीं है पर हर बूथ की जीत ही लोकतंत्र की जीत है.
इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, काशी के साथ मेरा रिश्ता अनूठा, अभिन्न और अतुलनीय है… मैं कह सकता हूं कि इसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता. पीएम मोदी ने वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल करने से पहले मंगलवार को सुबह गंगा नदी के तट पर दशाश्वमेध घाट पर पूजा की और काल भैरव मंदिर में दर्शन किए. उन्होंने घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आरती भी की. वाराणसी में लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में एक जून को मतदान होगा.
ये हैं पीएम मोदी के 4 प्रस्तावक
पीएम मोदी के चार प्रस्तावकों में पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और संजय सोनकर हैं. पंडित गणेश्वर शास्त्री ने ही अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकाला था. ये ब्राह्मण समाज से हैं. वहीं, बैजनाथ पटेल OBC समाज से आते हैं और संघ के पुराने और समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं. लालचंद कुशवाहा OBC बिरादरी से हैं और संजय सोनकर दलित समाज से हैं.
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