गुजरात टाइटंस के कप्तान शुभमन गिल को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ जीत की खुशी तो मिली लेकिन इसके साथ ही उन्हें भारी कीमत भी चुकानी पड़ी है. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हुए आईपीएल इस मुकाबले में उन्हें 24 लाख जुर्माना लगाया गया है. दरअसल, बीसीसीआई ने उनपर ये जुर्माना मैच में स्लो ओवर रेट के कारण लगाया है. इंपैक्ट प्लेयर समेत प्लेइंग इलेवन में शामिल अन्य खिलाड़ियों पर भी 6 लाख रुपए या उनके मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माने तौर पर काटा गया है. ये दूसरी बार है जब उनकी टीम ये गलती की है. प्ले ऑफ के लिए संघर्ष कर रही गुजरात टाइटंस की टीम अगर अगली बार ये गलती करती है तो उनके कप्तान पर बैन भी लगाया जा सकता है.
क्या है पूरा मामला?
IPL 2024 की प्ले ऑफ में गुजरात टाइटंस का पहुंचना मुश्किल लग रहा है. हालांकि आंकड़ों के हिसाब से ये काम अभी भी संभव. ऐसे में टीम को सभी मुकाबले बेहद जरूरी हैं, जिसमें से उसने एक मैच शुक्रवार 10 मई जीत लिया है. चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ इस अहम मुकाबले में टीम के कप्तान शुभमन गिल ने शतक भी लगाया. लेकिन उन्हें इसकी कीमत 24 लाख रुपए देकर चुकानी पड़ी. 232 रन को डिफेंड करने उतरी गुजरात की टीम अपने कदम सोच समझकर और धीरे-धीरे रख रही थी. सीएसके को रोकने में रणनीति बनाने में उसने अपना पूरा समय लिया. लेकिन यही समय पूरे टीम के लिए मुश्किलें खड़ कर गया और जीत के साथ जुर्माने का दर्द दे गया.
शुभमन गिल ने ये गलती दूसरी बार की है. अगर वो इसे फिर से दोहराते हैं तो नियमों के अनुसार, उन पर 30 लाख जुर्माने के साथ एक मैच का बैन भी लगाया जाएगा. इसके अलावा इंपैक्ट प्लेयर समेत टीम के प्लेइंग इलेवन को भी 12 लाख रुपए या मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माने के तौर पर देना पड़ेगा.
क्या है नियम?
बता दें कि बीसीसीआई के नियमों के अनुसार, किसी भी टीम को 90 मिनट के भीतर अपने 20 ओवर पूरे करने होते हैं. इसमें ढाई-ढाई मिनट का दो टाइम आउट भी शामिल है. इसके अलावा टीम को डीआरएस, इंजरी या ड्रिंक ब्रेक के लिए टीम को छूट दी जाती है. इसके बावजूद अगर टीम अपने 20 ओवर समय से खत्म नहीं करती है तो उस पर जुर्माना लगाया जाता है.
किसी भी टीम ने अगर पहली बार ये गलती की है तो केवल कप्तान पर 12 लाख जुर्माना लगता है. जबकि, दूसरी बार कप्तान को 24 लाख रुपए और इंपैक्ट प्लेयर समेत प्लेइंग इलेवन के अन्य खिलाड़ियों को 6 लाख रुपए या मैच फीस का 25 प्रतिशत, दोनों में जो कम हो उसे भरना पड़ता है. वहीं तीसरी बार में कप्तान पर एक मैच बैन के साथ 30 लाख रुपए की पेनल्टी लगती है, जबकि, इंपैक्ट प्लेयर समेत प्लेइंग इलेवन के अन्य खिलाड़ियों को 12 लाख रुपए या मैच फीस का 50 प्रतिशत, दोनों में जो कम हो जुर्माने के तौर पर चुकाना पड़ता है.
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