मैं गुस्से में हूं, शहजादे के सलाहकार मेरे लोगों की चमड़ी के रंग का अपमान कर रहे… पित्रोदा के बयान पर बोले पीएम मोदी

इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के बयान पर विवाद हो गया है. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि भारत के किस क्षेत्र के लोग कैसे दिखते हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत ऐसा विविधतापूर्ण देश है जहां पूरब के लोग चीनी जैसे दिखते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरे जैसे दिखते हैं और दक्षिण के लोग अफ्रीकी जैसे दिखते हैं. उनके इस बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिक्रिया दी है. पीएम मोदी ने तेलंगाना के वारंगल में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आज मैं बहुत गुस्से में हूं. मुझे गाली दी, मैंने सहन कर लिया, लेकिन आज शहजादे (राहुल गांधी) के सलाहकार ने जो कहा उससे मुझे गुस्सा आया. ये मेरे देश के लोगों की चमड़ी के रंग का अपमान कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘शहजादे के गाइड अंकल ने कहा है कि जिनका चेहरा काला है वो अफ्रीका का होता है. रंग के आधार पर इतनी बड़ी गाली दी. चमड़ी के रंग देखकर ही मान लिया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अफ्रीकन हैं. इनकी सोच आज पता चली. अरे चमड़ी का रंग कुछ भी हो, हम श्री कृष्ण की पूजा करने वाले लोग हैं.’

लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि शहजादे आपको जवाब देना होगा. चमड़ी के रंग के आधार पर देश का अपमान और देशवासी का अपमान देश नहीं सहेगा. मोदी तो कभी नहीं सहेगा. आपको जवाब देना होगा.

वहीं, बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने सैम पित्रोदा के बयान पर कहा कि भारत के अस्तित्व पर प्रश्नचिन्ह लगाया गया है. ये बात किसी पार्टी या राजनीति भर की नहीं रही. पीएम के राम मंदिर जाने से भारत के अस्तित्व पर प्रश्न उठ रहा है, ऐसा पित्रोदा का मानना है. इससे लोकतंत्र कमजोर हो रहा है. बीजेपी नेता ने कहा कि अगर आपके दिमाग पर विदेशी पर्दा है तो उसको हटाइए. अब राम मंदिर को बदनाम करने के लिए पित्रोदा सात समंदर पार से लगे हुए हैं.

कांग्रेस ने क्या कहा?

सैम पित्रोदा के बयान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा, सैम पित्रोदा द्वारा भारत की विविधताओं को जो उपमाएं दी गई हैं, वह अत्यंत गलत व अस्वीकार्य हैं. कांग्रेस इन उपमाओं से अपने आप को पूर्ण रूप से अलग करती है. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा, यह इस देश की सुंदरता है. विभिन्न समुदायों, धर्मों और विभिन्न भौगोलिक परिस्थितियों के लोग यहां रहते हैं. मुझे लगता है कि यही इसकी सुंदरता है. साथ मिलकर, हम भारत बनाते हैं. यह भारत की सुंदरता है.

सैम पित्रोदा का पूरा बयान

द स्टेट्समैन के साथ एक इंटरव्यू में सैम पित्रोदा ने लोकतांत्रिक उदाहरण के रूप में भारत की स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा, देश के लोग 75 वर्षों तक बहुत खुशहाल माहौल में रहे. लोग यहां-वहां के कुछ झगड़ों को छोड़कर एक साथ रह सकते थे.

उन्होंने आगे कहा, हम भारत जैसे विविधतापूर्ण देश को एकसाथ रख सकते हैं. एक ऐसा देश जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे दिखते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग शायद गोरे जैसे दिखते हैं और दक्षिण के लोग अफ्रीकी जैसे दिखते हैं. कोई फर्क नहीं पड़ता. हम सभी भाई-बहन हैं.

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