प्रज्वल रेवन्ना मामले में नया मोड़, क्या इस जगह वीडियो हुए थे शूट? ड्राइवर लापता

जेडीएस से निलंबित सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ कथित अश्लील वीडियो मामले में एक के बाद एक नए मोड़ आ रहे हैं. मीडिया में आकर पेन ड्राइव की कहानी बताने वाला पूर्व ड्राइवर कार्तिक लापता बताया जा रहा है. इसके साथ ही उस घर के बारे में जानकारी सामने आई है, कथित तौर पर जहां इन वीडियोज को मोबाइल से शूट किया गया था. राज्य सरकार ने मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी है.

होलेनारासीपुर तालुक के कडुविनाकोटे के रहने वाले कार्तिक का दावा है कि उसने 13 साल तक प्रज्वल के लिए कार ड्राइवर के रूप में काम किया था. उसने 2 दिन पहले एक वीडियो के जरिए बयान जारी किया था. इसमें उसने बीजेपी नेता देवराज गौड़ा को पेन ड्राइव दिए जाने की बात कही थी. एसआईटी ने कार्तिक को भी सुनवाई में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया, लेकिन वह फरार है. पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने आरोप लगाया है कि कार्तिक के गायब होने के पीछे प्रभावशाली लोगों का हाथ है. उन्होंने कहा कि कार्तिक मलेशिया चला गया है.

सांसद चुने जाने पर मिला था गेस्ट हाउस

यह जानकारी भी सामने आ गई है कि वीडियो हासन के आरसी रोड पर एमपी गेस्ट हाउस के एक कमरे में मोबाइल फोन से रिकॉर्ड किए गए, जो पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा को दिया गया था. यह भूमि सरकार द्वारा तब मंजूरी दी गई थी, जब पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा हासन के सांसद थे. भूतल और पहली मंजिल वाली इमारत का निर्माण 2019 में उनके निवास के लिए किया गया था.

इसमें चार कमरे हैं, दो भूतल पर और दो पहली मंजिल पर. देवेगौड़ा के लिए लिफ्ट लगाई गई. जब वो हासन आते तो अक्सर इसी गेस्ट हाउस में रुकते थे. बाद में जब प्रज्वल रेवन्ना सांसद चुने गए तो यह घर उसको सौंप दिया गया. जब भी वो हासन आते थे, इसी आवास में ही रहते थे. चुनाव के दौरान प्रज्वल इसी घर में रह रहे थे. अक्सर अधिकारियों समेत जेडीएस नेताओं की बैठकें यहीं पर आयोजित की जाती थीं.

जांच टीम से बात नहीं कर रही पीड़िता

पिछले एक हफ्ते से अश्लील वीडियो मामला देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. आरोपी प्रज्वल और एचडी रेवन्ना को पहले नोटिस जारी किया जा चुका है. उन्हें सुनवाई के लिए पेश होने का निर्देश दिया गया है. उधर, पीड़ित इन वीडियो के बारे में जानकारी देने से कतरा रहे हैं. यह बात सामने भी आई है कि वो आत्महत्या करने की धमकी दे रही हैं.

हम कुछ नहीं कहेंगे, हमें क्यों घसीट रहे हैं?

जांच के लिए एसआईटी के अधिकारियों के पहुंचने पर पीड़िता इस बारे में कुछ बात नहीं कर रही हैं. मिली जानकारी के अनुसार, एसआईटी टीम ने कथित तौर पर प्रज्वल रेवन्ना के वीडियो में पीड़ित महिलाओं से संपर्क करने की बहुत कोशिश की है, लेकिन वो जवाब नहीं दे रही हैं. उनका कहना है कि हम कुछ नहीं कहेंगे, हमने शिकायत नहीं की, आप हमें क्यों घसीट रहे हैं? इसलिए एसआईटी अधिकारी शिकायत दर्ज कराने वाले एक पीड़ित की सूचना के आधार पर जांच जारी रखे हुए हैं.

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