सोनिया गांधी के प्रतिनिधि केएल शर्मा का इशारा, अमेठी-रायबरेली में गांधी परिवार के लिए ही सारी तैयारी
उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस का उम्मीदवार कौन होगा, इसपर सस्पेंस बना हुआ है. दोनों ही जगह 20 मई को वोटिंग होगी. कल यानी शुक्रवार को नामांकन करने का आखिरी दिन है. इस बीच, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के सांसद प्रतिनिधि और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव किशोरी लाल शर्मा नेकहा है कि नामांकन को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई. कांग्रेस उम्मीदवार दोनों जगह कल नामांकन करेंगे. उन्होंने इस ओर भी इशारा किया कि अमेठी और रायबरेली को गांधी परिवार का ही सहारा है.
उम्मीदवार को लेकर केएल शर्मा ने कहा, अभी कोई आदेश नहीं आया है. कार्यकर्ताओं की डिमांड है कि गांधी परिवार का ही प्रत्याशी हो. वो आगे कहते हैं कि अमेठी में कांग्रेस कार्यालय पर जो कुछ हो रहा है गांधी परिवार के लिए हो रहा है. वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि आज कोई घोषणा हो जाएगी. सीईसी ने सारी जिम्मेदारी मल्लिकार्जुन खरगे को दिया है. आज शाम तक आधिकारिक घोषणा हो जाएगी.
जयराम रमेश ने और क्या कहा?
जयराम रमेश ने आगे कहा कि हम चाहते हैं कि राहुल गांधी अमेठी से और प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ें लेकिन उन्हें पूरे देश में चुनाव प्रचार करना होगा. ये दोनों हमारे स्टार प्रचारक हैं लेकिन सीईसी, कांग्रेस संगठन और कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि राहुल गांधी अमेठी से और प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ें लेकिन यह उनकी निजी पसंद है. उन्हें निर्णय लेना होगा…
उधर, सूत्रों के मुताबिक मल्लिकार्जुन खरगे ने सोनिया गांधी से कहा कि अमेठी-रायबरेली गांधी परिवार नहीं लड़ेगा तो पूरे उत्तर भारत में गलत संदेश जाएगा. वहीं, राहुल गांधी का कहना है कि मैं हार से नहीं डरता. अमेठी से भी लड़ लूंगा, लेकिन जीतने पर वायनाड नहीं छोड़ूंगा. प्रियंका गांधी का कहना है कि क्या ये अच्छा लगेगा कि आजादी के आंदोलन से निकले दल से तीनों गांधी संसद में हों. ये शोभा नहीं देता. लेकिन मल्लिकार्जुन खरगे ने सोनिया गांधी से कहा कि दोनों को लड़ना होगा. संदेश देना जरूरी है, वरना कम से कम कोई एक लड़े. ऐसे में अब वीटो का इंतज़ार. क्या सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के हस्तक्षेप के बाद राहुल और प्रियंका तैयार होंगे.
गांधी परिवार का है गढ़
अमेठी और रायबरेली गांधी-नेहरू परिवार के पारंपरिक क्षेत्र माने जाते हैं, क्योंकि इस परिवार के सदस्यों ने कई दशकों तक इन सीट का प्रतिनिधित्व किया है. अमेठी सीट का प्रतिनिधित्व 2004 से राहुल गांधी ने किया और वह लगातार तीन बार इस निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य चुने गए. वह 2019 में बीजेपी की स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे.
राहुल गांधी वर्तमान में केरल के वायनाड निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जहां से उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव जीता था. इस बार भी राहुल वायनाड से चुनाव मैदान में हैं. सात चरण के आम चुनाव के पांचवें दौर में 20 मई को अमेठी और रायबरेली निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा. राहुल गांधी पहले ही कह चुके हैं कि उन्हें अपनी पार्टी से जो भी आदेश मिलेगा, उसका वह पालन करेंगे. अटकलें लगाई जा रही हैं कि राहुल गांधी अमेठी से और प्रियंका गांधी रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं. 2019 में रायबरेली सीट से उनकी मां सोनिया गांधी ने जीत दर्ज की थी.
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