पेट्रोल पंप पर निलंबित आरक्षक को युवती ने बेल्ट से पीटा, वीडियो हुआ Viral

पुलिस पेट्रोल पंप पर बीती शाम एक निलंबित आरक्षक को युवती ने बेल्ट से पीटा। इसका वायरल हो रहे वीडियो में युवती छेड़छाड़ करने जैसी बात कहती सुनाई दे रही है। वीडियो में वह निलंबित आरक्षक को बेल्ट से पीटती नजर आ रही है। इस दौरान मौके पर लोगों की भीड़ भी जुट गई। वहीं पेट्रोल पंप के स्टाफ द्वारा दोनों पक्षों को वहां से हटाया जाना भी दिखाई दे रहा है।

पूरा मामला पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में भी है। दोनों पक्षों को इस वाक्या के बाद कोतवाली में भी बुलाया गया था। हालांकि, यहां दोनों ने ही किसी भी तरह की शिकायत एक-दूसरे की नहीं की। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरक्षक कुछ समय पहले ही विदिशा से स्थानांतरित होकर गुना आए हैं। यहां पुलिस लाइन में रहने के दौरान कुछ समय पहले ही एक प्रधान आरक्षक से मारपीट का प्रकरण भी कैंट थाने में दर्ज है।

इसके पहले यह निलंबित हो चुके हैं। युवती भी विदिशा की बताई जाती है, जहां युवती ने पूर्व में उक्त आरक्षक के खिलाफ वहां पदस्थी के दौरान एक प्रकरण भी दर्ज कराया है। बीती शाम युवती गुना आई थी, यहां एक बार फिर दोनों में विवाद हुआ। वीडियो में आरक्षक युवती से मार खाता नजर आ रहा है। दोनों मूलरूप से भिंड जिले के बताए गए हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उक्त वीडियो देखने और शिकायत आने पर कार्रवाई करेंगे।

कभी जी कर देखना तन्हा बुजुर्गों की तरह

चेतना साहित्य एवं कला परिषद द्वारा श्री राम कालोनी में धर्मवीर सिंह के स्वनिवास पर देवेंद्र उपाध्याय महिदपुर वालों की अध्यक्षता में कवि विष्णु साथी के मु य आतिथ्य तथा गोविन्द शरण गोयल के विशिष्ट अतिथि में कवि गोष्ठी की गई। इसका संचालन शायर प्रेम सिंह प्रेम ने किया। सरस्वती वंदना हरीश सोनी ने सुनाई। प्रेम सिंह प्रेम ने कहा जिंदगी को बेहद सीधा सरल समझने वालों, कभी जीकर देखना तन्हा बुजुर्गों की तरह। कवि विष्णु साथी ने कहा अच्छी बातों से अपने दिल को सजाये रखिए।

उमाशंकर भार्गव ने मतदान के संबंध में कहा कि जब कर सकते हैं भूमि, रक्त, कन्या तथा धन-दान, तो सात मई को भी निर्भीक निडर होकर करें अवश्य मतदान। हरीश सोनी ने कहा टूट कभी भी जाता है काया रुपी भंगुर। साक्षी ओझा, माया ओझा, ऋषिकेश भार्गव, शंकर राव मोरे, संजय खरे, नरेंद्र भार्गव, अमित जाटव, सियाराम कुशवाह, धर्मवीर सिंह भारती, पीएन सैनी, शरण्या गोयल, शा भवी गोयल ने भी इस दौरान रचनाएं सुनाईं।

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