लोकसभा चुनाव के दो चरण हो चुके हैं और तीसरे चरण की तैयारी जोरों पर है. मतदान की तारीख नजदीक आती देख उम्मीदवार वोटर्स को अपनी और खींचने का हर तरीका अपना रहे हैं. पश्चिम उत्तर प्रदेश की संभल लोकसभा सीट से सपा नेता जियाउर्रहमान ने वोट मांगने के लिए अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी, शहाबुद्दीन और जेल बंद आजम खां को याद किया है. बता दें कि अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी और शहाबुद्दीन पर कई अपराधिक मुकदमें दर्ज थे. मगर, संभल में सपा नेता ने एक वर्ग विशेष से उनकी कुर्बानी को याद रखने की अपील की है.
संभल से सांसद उम्मीदवार और शफीकुर्रहमान बर्क के पौते जियाउर्रहमान बर्क ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए लोगों से कहा, “BJP पार्टी ने मुख्तार साहब, अतीक अहमद और शहाबुद्दीन साहब पर जेल में जुल्म किया है. आप लोगों को उनकी कुर्बानी जाया नहीं होने देनी है और आने वाली 7 तारीख को ऐसे वोट करना है कि इस भाजपा सरकार का सफाया हो जाए.”
अखिलेश के मंच से भी ‘माफियाओं’ के गुणगान
जियाउर्रहमान के चुनाव प्रचार में एक बार नहीं बल्कि कई बार ‘माफियाओं’ के नाम पर वोट मांगे गए हैं. 28 अप्रैल को अखिलेश यादव की जनसभा के दौरान मुरादाबाद सपा के जिला उपाध्यक्ष हाजी मोहम्मद उस्मान ने भी मंच से बोलते हुए लोगों से अपील की कि वो शहाबुद्दीन, अतीक, अशरफ और मुख्तार अंसारी को याद करते हुए वोट करें. हालांकि मोहम्मद उस्मान के भाषण में मणिपुर, किसान, महंगाई आदी का भी जिक्र किया गया था.
विवादित भाषण पर हुई FIR
संभल लोकसभा प्रत्याशी जियाउर्रहमान बर्क के विवादित बयान पर FST टीम प्रभारी हरिशंकर प्रसाद ने कोतवाली में सपा नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. इसमें कहा गया कि सपा प्रत्याशी ने बिना अनुमति चुनावी सभा कर अपने संबोधन में अपराधियों को नायक के रूप में दिखाया. उनके भाषण से क्षेत्र में शांति व्यावस्था बिगड़ सकती है. कोतवाल पवन कुमार ने मीडिया को बताया कि शिकायत के बाद जियाउर्रहमान पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
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